Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Nov, 2017 04:28 PM
कहते है प्रेम किसी जाति या धर्म का मोहताज नहीं होता इसकी एक बेहतरीन मिसाल राजस्थान के जैसलमेर में सामने आई है जहां जर्मनी के एक युवक ने एक मुस्लिम युवती से हिन्दू रीति रिवाज से विवाह किया...
जयपुरः कहते है प्रेम किसी जाति या धर्म का मोहताज नहीं होता इसकी एक बेहतरीन मिसाल राजस्थान के जैसलमेर में सामने आई है जहां जर्मनी के एक युवक ने एक मुस्लिम युवती से हिन्दू रीति रिवाज से विवाह किया। जैसलमेर के एक होटल में इस अनोखे जोड़े ने वैदिक रीति-रिवाज से सात फेरे लिए ।
यह विवाह जर्मनी के रहने वाले शाशा गोटचेल्क और उनकी महिला मित्र करीमा के बीच हुआ। करीमा मुस्लिम हैं और उनके माता पिता मोरक्को में है। शाशा और करीमा जैसलमेर घूमने आए थे। दोनों जैसलमेर की खूबसूरती और यहां के लोगों की मेहमानवाजी, रहन सहन और संस्कृति से इतना खुश हुए कि उन्होंने भारतीय रीति-रिवाज से शादी करने का फैसला किया।
विदेशी युगल ने यहां अपने मित्र मनोज पुरोहित को विवाह का इंतजाम करने को कहा। मनोज ने शादी की व्यवस्था की और विदेशी जोड़ा दूल्हा दुल्हन के लिबास में सज-संवर कर मंडप में पहुंचे। इसके बाद दोनों ने एक दूसरे को अंगूठी पहनाई, जयमाला डाली। हिंदू वैवाहिक परंपरा के सात वचन भी अनुवाद करके अंग्रेजी में सुनाए गए। दोनों ने अग्निकुंड की परिक्रमा कर साथ जीने और मरने की कसम खाई।