Edited By ,Updated: 23 Feb, 2017 01:07 PM
महाशिवरात्रि के शुभ मुहूर्त पर प्रियंका, कटरीना और और दीपिका के हाथ पीले होंगे। तीनों के लिए यह दिन खास रहेगा क्योंकि इस दिन इनका स्वयंवर होगा।
देहरादून: महाशिवरात्रि के शुभ मुहूर्त पर प्रियंका, कटरीना और और दीपिका के हाथ पीले होंगे। तीनों के लिए यह दिन खास रहेगा क्योंकि इस दिन इनका स्वयंवर होगा। उत्तराखंड की हसीन वादियों में होने जा रहे इस अनोखे स्वयंवर में सभी आमंत्रित हैं। दरअसल देहरादून से 100 किलोमीटर दूर टिहरी जिले के जौनपुर क्षेत्र के पंतवाड़ी गांव में 24 फरवरी को स्वयंवर आयोजित किया गया है। यह शादी इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि प्रियंका, कटरीना और दीपिका लड़कियां नहीं बल्कि बकरियां हैं। इस बकरी स्वयंवर में तीन बकरियों को अपनी दुल्हन बनाने के लिए 15 गबरू बकरों में बाजी लगी हुई है। तीनों बकरियां 15 बकरों में से अपनी मनपसंद का हमसफर चुनेंगी।
ऐसे होगा स्वयंवर
एक बकरी के साथ 5 बकरों को एक बाड़े में छोड़ा जाएगा, जिस एक बकरे में बकरी अपनी दिलचस्पी दिखाएगी, वही उसका जीवन साथी चुना जाएगा। इसी तरह तीनों बकरियों को मनचाहा हमसफर मिल सकेगा।
रीति रिवाज से होगी शादी
बकरी स्वयंवर में बाराती, घराती से लेकर पंडित सब मौजूद रहेंगे। विवाह सामग्री का भी इंतजाम किया गया है, ताकि पूरे रीति-रिवाज से इन तीनों बकरियों का स्वयंवर किया जा सके। बताया गया है कि स्वयंवर में मेंहदी, हल्दी, तिलक और विदाई की रस्में भी निभाई जाएंगी। वहीँ इस स्वयंवर में पशु पालन और भेड़ एवं बकरी पालन जैसे विभागों के चिकित्सक भी भाग लेने पहुंच रहे हैं। बकरी स्वयंवर में भाग लेने के लिए देश, विदेश से मेहमान उत्तराखंड के पंतवाड़ी पहुंच रहे हैं क्योंकि हर किसी को इस अनोखे स्वयंवर का बेसब्री से इंतजार है। इस शादी में आसपास के गांव वाले लोग बरात में शामिल होंगे।
इसलिए रचा गया स्वयंवर
पशुपालन विभाग, टिहरी के पशुपालन अधिकारी बीएस रावत ने बताया कि बकरियों की नस्ल सुधार के लिए यहां स्वयंवर कराया जा रहा है। आसपास के गांव के लोगों को बाराती बनाया गया है, जिससे लोगों को बकरी पालन के उन्नत तरीके समझाए जा सकें। बकरी स्वयंवर के जरिये लोगों को बकरी के दूध के उत्पादों की भी जानकारी दी जाएगी। आयोजन से जुड़े रूपेश राय बताते हैं कि बकरियों की ब्रीड को उन्नत बनाने के लिए उनके विवाह की प्लानिंग की गई है क्योंकि अलग नस्ल की बकरियों के क्रास से बकरियों की बेहद अच्छी नस्ल तैयार होती है।