Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Nov, 2017 11:29 AM
गुजरात चुनाव से पहले पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की सेक्स सीडियों को लेकर सियासी माहौल गर्म है। इस सियासत में कितनी हकीकत है और कितना फसाना यह कह पाना तो फिलहाल किसी भी राजनीति के जानकार के लिए मुश्किल है। हालांकि इन सबके बीच उनका मानना है कि चरित्र...
नई दिल्ली: गुजरात चुनाव से पहले पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की सेक्स सीडियों को लेकर सियासी माहौल गर्म है। इस सियासत में कितनी हकीकत है और कितना फसाना यह कह पाना तो फिलहाल किसी भी राजनीति के जानकार के लिए मुश्किल है। हालांकि इन सबके बीच उनका मानना है कि चरित्र हनन की इस लड़ाई का सियासी लाभ हार्दिक पटेल उठा सकते हैं वहीं एक युवा के निजी पलों को सार्वजनिक करने के मामले में बीजेपी की घेराबंदी कर उसे बैकफुट पर धकेला जा सकता है। वहीं सेक्स कांड में युवा चौकड़ी के समर्थन के बाद अब हार्दिक पटेल राज्य के युवा मतदाताओं को लामबंद कर सकते हैं।
हार्दिक ने दी थी सफाई
यहां बता दें कि सेक्स सीडी वायरल होने के बाद हार्दिक पटेल ने दो दिन पहले ही एक अंग्रेजी समाचार पत्र को साक्षात्कार दिया था। इसमें उन्होंने सीडी को फर्जी बताते हुए, वीडियो में दिखाए गए व्यक्ति को अपना हमशक्ल बताकर सफाई दी थी। हालांकि इसके साथ ही हार्दिक ने जोड़ा कि क्या एक 23 साल का युवा गर्लफ्रैंड नहीं रख सकता है और यदि वह ऐसा करता है तो क्या यह कोई अपराध है। हार्दिक का यही नजरिया उन्हें युवाओं का साथ दिला सकता है। दरअसल युवावस्था में सहमति से सेक्स को कानून की किसी भी किताब में अपराध नहीं ठहराया जा सकता है। जबकि चरित्र हनन और निजता के अधिकार के उल्लंघन के मामले में हार्दिक पटेल के पास यह मौका है कि वह विरोधियों के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराएं। साथ ही वह इस बात को पूरी सच्चाई के साथ स्वीकार करके यह संदेश दे सकते हैं कि वह अन्य नेताओं की तरह पाखंडी नहीं है।
भाजपा पर हमले का सही समय
सीडी कांड के बाद हार्दिक के पास भाजपा पर हमले तेज करने का मौका है। हार्दिक भाजपा से पूछ सकते हैं कि क्या शादी से पहले सहमति से संबंध कोई अपराध है। यदि नहीं तो फिर हार्दिक को लेकर यह सियासत क्यों की जा रही है। दूसरी तरफ कांगे्रस भी हार्दिक के पक्ष में भाजपा पर हमले कर रही है, जिससे इस मुद्दे पर भाजपा चौतरफा घिरी हुई दिख रही है।