Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Nov, 2017 09:06 PM
अहमदाबाद में पाटीदार मुखियाओं ने बुधवार को बैठक करके हार्दिक पटेल से अलग होने का फैसला कर लिया। पटेल ऑर्गेनाइजेश कमेटी का मानना है कि हार्दिक ने पटेल समाज को गुमराह करने का काम किया है
नेशनल डेस्कः पटेल को आरक्षण दिलाने का मुद्दा उठाकर हार्दिक पटेल ने अपनी पहचान बनाई थी लेकिन अब उनके सामने उनका ही समाज आ गया है। पाटीदार मुखियाओं ने हार्दिक से अलग होने का फैसला लिया है।
इसके लिए अहमदाबाद में पाटीदार मुखियाओं ने बुधवार को बैठक करके हार्दिक पटेल से अलग होने का फैसला कर लिया। पटेल ऑर्गेनाइजेश कमेटी का मानना है कि हार्दिक ने पटेल समाज को गुमराह करने का काम किया है।
पाटीदार मुखियाओं का ये भी आरोप है कि हार्दिक पटेल कांग्रेस पार्टी का मोहरा बन चुके हैं। एेसे में अब उनका साथ नहीं दिया जाना चाहिए। इस बारे में जब हार्दिक पटेल से संपर्क से किया गया तो उन्होंने कहा कि वो पूरी तरह बीजेपी के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि उनके सामने तीन मुद्दे हैं। शिक्षा, किसानों का कर्ज का बोझ घटाना और युवाओं को रोजगार मुहैया कराना।
हार्दिक पटेल से यह पूछे जाने पर कि क्या वह 3 नवंबर को राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। 3 नवंबर को राहुल गांधी सूरत में हैं और यह कयास लगाया जा रहा है कि वह राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। हालांकि, फिलहाल हार्दिक ने इस संबंध में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।