Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Nov, 2017 11:21 PM
पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल अहमदाबाद पहुंचे थे लेकिन हार्दिक उनसे नहीं मिले और उन्हें हार्दिक के एक प्रतिनिधि से मिलकर वापस लौटना पड़ा
नेशनल डेस्कः गुजरात चुनावों को देखते हुए पाटीदारों को अपने खेमे में लाने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हार्दिक पटेल से हाथ तो मिला लिया लेकिन अब यही पाटीदार नेता बाकी कांग्रेसियोंं के लिए टेढ़ी खीर बन गए है, क्योंकि हार्दिक पटेल कांग्रेस उपाध्यक्ष के अलावा किसी भी नेता को भाव नहीं देते हैं।
वहीं, गुजरात विधानसभा चुनावों के प्रचार में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को मिल रही सकारात्मक प्रतिक्रिया से पार्टी बहुत प्रभावित है। युवाओं ने एंटी-बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है लेकिन पार्टी दिग्गजों को डर है कि पार्टी के पुराने नेताओं और राहुल के लोगों में बंटावारे को लेकर कांग्रेस अपनी पहल खो सकती है।
कपिल सिब्बल को बेरंग लौटाया
जानकारों की मानें तो हार्दिक पाटीदार आरक्षण अभियान में अपना एकमात्र नियत्रंण रखना चाहते हैं। इसके चलते खुद को बहुत ही महत्वपूर्ण साबित करना चाहते हैं। इसलिए वे राहुल के अलावा कांग्रेस के किसी भी नेता से मिलने की इच्छा भी नहीं रखते हैं। इतना ही नहीं हाल ही में पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल अहमदाबाद पहुंचे थे लेकिन हार्दिक उनसे नहीं मिले और उन्हें हार्दिक के एक प्रतिनिधि से मिलकर वापस लौटना पड़ा।
बता दें कि गुजरात विधान सभा चुनाव में एक महीने ही रह गए हैं। पहले चरण की वोटिंग 9 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण में 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव जीतने के लिए अपनी-अपनी ताकत झोंक दी है।