Edited By ,Updated: 20 Mar, 2017 03:09 PM
बलौदा बाजार जिले के ग्राम पंचायत दशरमा में एक साहू परिवार पिछले 6 पीढ़ी से एक साथ रहते आ रहा है।
नई दिल्ली: बलौदा बाजार जिले के ग्राम पंचायत दशरमा में एक साहू परिवार पिछले 6 पीढ़ी से एक साथ रहते आ रहा है। इस परिवार में अलग-अलग घरों से 15 महिलाएं बहू के रूप में हैं लेकिन इनके बीच कभी आपसी मतभेद नहीं होते। इस घर में 25 छोटे-बड़े बच्चे हैं। इस परिवार में दोनों समय का भोजन एक साथ बनता है। आज के टूटते-बिखरते रिश्तों के बीच ग्राम दशरमा का साहू परिवार एकता की मिशाल पेश करता है। इस घर का माहौल मेले जैसा रहता है। दिलचस्प बात ये है कि दिन बीत जाने पर रात में परिवार के सभी लोगों की गिनती की जाती है।
एक साथ बनता है 54 लोगों का खाना
आपसी प्रेम के कारण इस परिवार के लोग अलग नहीं होते। परिवार को लगभग सभी चीजें खेत से ही मिल जाती हैं। 54 लोगों वाले इस परिवार की एक और बड़ी खासियत ये है कि सभी लोगों का खाना एक साथ बनता है, वह भी परंपरागत चूल्हे से। जिले भर में इस परिवार के एकता की चर्चा होती है।
10 महिलाएं हमेशा बनाती रहती हैं खाना
एकता की मिसाल पेश करने वाले इस घर में सबसे बुजुर्ग सदस्य 87 साल के जगतराम साहू हैं। इनकी हर बात घर के सभी सदस्य मानते हैं और सबसे छोटा 54वां सदस्य अभी महज 7 दिन का नया मेहमान है। इस घर की 15 महिलाओं में से 10 महिलाएं हमेशा भोजन बनाने मे लगी रहती हैं।