Edited By ,Updated: 27 Jan, 2016 03:53 PM
जोधपुर के हिृतेष और प्रीति लोहिया एक ऐसा कपल है, जिसने कबाड़ की कीमत को समझा और आज उसी की बदौलत उनका करोड़ो का कारोबार है।
नई दिल्ली: जोधपुर के हिृतेष और प्रीति लोहिया एक ऐसा कपल है, जिसने कबाड़ की कीमत को समझा और आज उसी की बदौलत उनका करोड़ो का कारोबार है। उन्होंने कबाड़ से जुगाड़ कर यूजफुल चीजें बनाने की कंपनी बना डाली और आज उनकी यही कंपनी इंटरनेशनल लेवल की कंपनियों में से एक है, जिसका टर्नओवर करीब आठ मिलियन डॉलर है।
हम घर से सफाई के दौरान टिन के डिब्बे, पुरानी कुर्सियां, ड्रम समेत तमाम छोटी मोटी चीजे बेकार समझ कर फेंक देते हैं। शायद हम ये नहीं जानते कि हमारा ये कबाड़ कितने काम हैं, लेकिन हिृतेष और प्रीति ने इसे समझा। उनकी कपंनी की बनी यूजफुल चीजों की डिमांड आज पूरी दुनिया में है। प्रीति इंटरनेशनल नाम की कंपनी का कारोबार आज चीन, यूएस से लेकर करीब 40 देशों में फैला हुआ है। इनकी कंपनियों का हैंडबैग से लेकर मिलिट्री टेंट और डेनिम पैंट जैसा सारा आइटम इंटरनेशनल लेवल की 3 फैक्ट्रियो में 400 वर्करों द्वारा तैयार होता है।
इस बारे में हिृतेष और प्रीति का कहना है कि उन्होंने 2003 के बाद इस कंपनी की नींव रखी, जिसमें उन्होंने पहले एक ड्रम से कुर्सी और टेबल का निर्माण किया। जिसे देखते ही एक कस्टमर लेने को तैयार हो गया। इसके बाद उन्हें लगा कि उनका यह बिजनेस चल सकता है। फिर धीरे धीरे ये इस ओर बढ़ते चले गए।