Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Mar, 2018 09:05 PM
तीन साल में एक बार होने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ( आरएसएस) की एक अहम बैठक शुक्रवार से शुरू होगी जिसमें वह अगले तीन साल के लिए अपना एजेंडा एवं भावी कार्ययोजना तय करेगा। संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा 10 मार्च को अगले सरकार्यवाह (महासचिव) यानी...
नागपुर: तीन साल में एक बार होने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ( आरएसएस) की एक अहम बैठक शुक्रवार से शुरू होगी जिसमें वह अगले तीन साल के लिए अपना एजेंडा एवं भावी कार्ययोजना तय करेगा। संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा 10 मार्च को अगले सरकार्यवाह (महासचिव) यानी संगठन के कार्यकारी प्रमुख का भी चयन करेगी। सरकार्यवाह द्वारा ही आरएसएस के रोजमर्रा के कामकाज संभाले जाते हैं।
खबरों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मातृ संगठन आरएसएस के नेतृत्व में बदलाव किया जा सकता है। फिलहाल भैयाजी जोशी सरकार्यवाह हैं और वह संगठन में सरसंघचालक मोहन भागवत के बाद दूसरे नंबर पर हैं।
तीन दिवसीय प्रतिनिधि सभा की बैठक से पूर्व आरएसएस नेता मनमोहन वैद्य ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार्यवाह के चुनाव में निर्वाचित प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। संघ के प्रचार प्रमुख वैद्य ने बताया कि इस बैठक में करीब 1500 प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है। उन्होंने कहा, ‘बैठक में अगले तीन साल के लिए भावी कार्ययोजना एवं किए जाने वाले प्रयासों पर मुख्य रूप से जोर होगा।’
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, महासचिव राम माधव और अन्य वरिष्ठ पार्टी नेताओं के नौ मार्च को बैठक में हिस्सा लेने की संभावना है। देश के विभिन्न हिस्सों में नेताओं की प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाए जाने के संबंध में एक सवाल के जवाब में वैद्य ने कहा, ‘ये सभी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं।’