Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Aug, 2017 01:37 PM
वैष्णो देवी विश्वभर में प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है।
जम्मू: वैष्णो देवी विश्वभर में प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। देश-विदेश से हजारों भक्त हर वर्ष मां के दर्शनों को आते हैं। ऐसे में उन्हें घोड़ा मुहैया करवाने वाले मजदूर ठगने का प्रयास करते हैं। घोड़ा मजदूर यात्रियों से मनमाने दाम वसूल कर रहे हैं और हैरानगी की बात है कि इस तरफ बोर्ड और स्थानीय प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। इससे यात्रियों को सुविधा की जगह असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। वैष्णो देवी मार्ग पर करीब 4600 घोड़ा मजदूर हैं।
हजारों की संख्या में होने के बावजूद यह यात्रियों को ठग रहे हैं। घोड़ा मजदूर यात्रियों को भवन, अद्र्धकुंवारी और भैरों घाटी ले जाने का काम करते हैं। इनके लिए बोर्ड ने एक फीस निर्धारित की है पर यह लोग मनमाने दाम वसूल करते हैं। सिर्फ यही नहीं बल्कि विरोध करने पर यह बदतमीजी से पेश आते हैं।
स्टैंड पर नहीं होते हैं खड़े
घोडा मजदूर घोड़ों को लेकर निर्धारित स्टैंड पर खड़े होने की जगह मार्ग में ही खड़े हो जाते हैं। इससे यात्रियों को असुविधा होती है। इससे रास्ते में गंदगी भी फैलती है। घोड़े जब तेज दौड़ते हैं तो श्रद्धालु अक्सर डर जाते हैं और कई बार चोटिल भी हो जाते हैं। श्रद्धालुओं की शिकायत है कि इस पर ध्यान नहीं दिया जाता है।
कटरा की एसडीएम
कटरा की एसडीएम नीलम खजूरिया ने कहा कि घोड़ों को ईअर टैग लगाने का काम अंतिम चरण में है। चार हजार घोड़ों पर टैग लग चुका है। इसके बाद मजदूर नियमों का पालन करेंगे। टीमें बनाकर घोड़ों की जांच शुरू कर दी जाएगी। अगर कोई घोड़ा गिना टैग के रास्ते में पाया गया तो उसके चालक पर कानूनी कार्रवाई होगी।
एडिश्रल सीईओ श्राइन बोर्ड
श्राइन बोर्ड के अतिरिक्त सीईओ अंशुल गर्ग का कहना है कि बोर्ड ने घोड़ा चालकों को नियंत्रित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। घोड़ों का नियंत्रण अब निजी कंपनी के हाथों में होगा।