Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Aug, 2017 08:38 AM
भारत ने कहा कि डोकलाम इलाके में सैन्य तनातनी दूर करने के लिए वह चीन के साथ राजनयिक सम्पर्क में है ताकि इसका कोई परस्पर मान्य हल निकल सके।
नई दिल्ली (रंजीत कुमार): भारत ने कहा कि डोकलाम इलाके में सैन्य तनातनी दूर करने के लिए वह चीन के साथ राजनयिक सम्पर्क में है ताकि इसका कोई परस्पर मान्य हल निकल सके। इस बारे में भूटान के साथ भी सम्पर्क बने होने की जानकारी भारत ने दी। डोकलाम इलाके से भारत को अपनी सेना पीछे हटाने के लिए चीन की ओर से लगातार दी जा रही धमकियों के बारे में पूछे जाने पर यहां विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि सीमांत इलाकों में शांति व स्थिरता का बना रहना दोनों देशों के हित में है। लेकिन प्रवक्ता ने चीन द्वारा दी गई इन जानकारियों का सीधा जवाब देने से परहेज किया कि डोकलाम में सड़क बनाने के लिए चीन ने भारत को अग्रिम सूचना दे दी थी। प्रवक्ता ने चीन द्वारा दी गई इस जानकारी पर भी कोई टिप्पणी नहीं की कि डोकलाम इलाके में भारतीय सेना ने अपने सैनिकों की संख्या घटाकर 48 कर दी है।
राजनयिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि सरकार को यह बताना चाहिए कि भारत ने चीन द्वारा भेजे गए 2 संदेशों का क्या जवाब दिया। जानकारों का कहना है कि चीन से संदेश मिलने के तुरंत बाद भारत ने यदि तुरंत एतराज जाहिर किया होता तो आज डोकलाम इलाके में सैन्य तनातनी की स्थिति नहीं बनती। उधर मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के कदम को चीन द्वारा रोकने से खिन्न भारत ने आशा जताई कि अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद पर उसकी चिंताएं सांझा करने वाले देश सभी तरह के आतंक से लड़ने में सहयोग करेंगे।