Edited By ,Updated: 01 Mar, 2017 06:17 PM
गुजरात एटीएस ने खुलासा किया है कि आईएसआईएस से संदिग्ध संबंध के लिए अपने भाई के साथ गिरफ्तार वसीम रामोदिया अपने जिस आका द्वारा निर्देशित था।
नई दिल्ली : गुजरात एटीएस ने खुलासा किया है कि आईएसआईएस से संदिग्ध संबंध के लिए अपने भाई के साथ गिरफ्तार वसीम रामोदिया अपने जिस आका द्वारा निर्देशित था, वह एक भारतीय हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे ऑननलाइन मैसेजिंग सेवा के जरिए हिंदी में संवाद करते थे। एटीएस ने वसीम और उसके छोटे भाई नईम को राजकोट और भावनगर से रविवार सुबह एक अभियान में गिरफ्तार किया गया था। एटीएस की ओर से दर्ज प्राथमिकी में गया है कि दोनों लोन वोल्फ अटैक करने वाले थे।
एटीएस की हिरासत में आरोपी
अधिकारी ने बताया कि एटीएस ने रामोडिया बंधुओं को राजकोट के चोटिला के एक धार्मिक जगह से पकड़ा जो कथित तौर पर विस्फोट करने वाले अपने रडार पर था। एटीएस ने उन दोनों को पटाखे की दुकान समेत शहर के विभिन्न जगहों पर ले गए, जहां से उसने बारूद खरीदा थ। एक चूड़ी की दूकान पर भी ले गए जहां पहले उसने आग लगाने की कोशिश की थी। दोनों आरोपी 12 दिन के लिए एटीएस की हिरासत में हैं।
मैसेजिंग एप के जरिए संपर्क
आरोप है कि दोनों संदिग्ध ट्विटर, फेसबुक और टेलीग्राम नामक मैसेजिंग एप के जरिए आईएसआईएस के संपर्क में थे। पुलिस की मानें तो वसीम और नईम पश्चिमी देशों में हुए कई हमलों की तर्ज पर यहां भी लोन वुल्फ हमलों को अंजाम देने की फिराक में थ। लोन वुल्फ हमलों में अक्सर कोई बड़ा रैकेट नहीं होता. आतंकी इसे अपने स्तर पर ही अंजाम देते हैं।