Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Nov, 2017 03:20 PM
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी सहित कई नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जन्मशति पर आज उन्हें श्रद्धांजलि अॢपत की। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इंदिरा गांधी को...
नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी सहित कई नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जन्मशति पर आज उन्हें श्रद्धांजलि अॢपत की। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि अॢपत की। राहुल गांधी के साथ मुखर्जी और सिंह ने इंदिरा गांधी को‘शक्ति स्थल’जाकर श्रद्धांजलि दी। इंदिरा गांधी की हत्या उनके अंगरक्षकों ने 31 अक्तूबर, 1984 को कर दी थी। गांधी की 100वीं जयंती के मौके पर यहां एक सफदरजंग रोड पर उनकी याद में एक फोटो प्रदर्शनी भी लगी है। सोनिया गांधी ने कहा कि इंदिरा गांधी को भारत की समृद्ध विविधता, इसके लोकतांत्रिक और धर्मनिपेक्ष मूल्यों पर गर्व था।
कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने भाषण में कहा,‘’जाति और धर्म के आधार पर भारत के लोगों को बांटने वाली सभी ताकतों के खिलाफ उन्होंने धर्मनिरपेक्षता की लड़ाई लड़ी। उन्होंने अपने दिल में एक पवित्र इच्छा बनाई रखी कि सभी भारतीय अपनी धरती की एक जैसी संतान हैं।‘’ गांधी ने अपने भाषण में कहा कि इंदिरा गांधी ने संप्रभु राष्ट्र के रूप में महाशक्तियों के प्रभुत्व के खिलाफ भारत के गौरव और आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा, गांधी ने सिर्फ भारत के लिए ही नहीं लड़ाई लड़ी बल्कि औपनिवेशिक और उत्तर उपनिवेशवादी प्रभुत्व के खिलाफ प्रतिरोध करनेवाले सभी देशों के लिए लड़ाइयां लड़ी।‘’
राहुल गांधी ने अपनी दादी को याद करते हुए उन्हें अपना मार्गदर्शक बताया। गांधी ने ट्वीट किया,‘‘दादी, मैं आपको बेहद प्रेम और खुशी से याद करता हूं। आप मेरी मार्गदर्शक हैं। आपने मुझे शक्ति दी। प्तइंदिरा 100।‘’ कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी ने देश का भविष्य बनाने के लिए बिना थके हुए मेहनत किया। माइक्रोब्लॉङ्क्षगग साइट पर ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा,‘’भारत पहले और भारत हमेशा. यही इंदिराजी थीं! प्तइंदिरा 100‘’ भारत की आयरन लेडी के रूप से मशहूर इंदिरा गांधी का जन्म उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में 19 नवंबर 1917 को हुआ था।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सामाजिक विधेयकों और जनता को लेकर इंदिरा गांधी की प्रतिबद्धता को आज याद किया और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री 1971 में संसद की संवैधानिक शक्ति को पुन:स्थापित करने के लिए 24वां संशोधन लेकर आई थीं। इंदिरा गांधी की जयंती के मौके पर यहां 1-सफदरजंग रोड पर एक फोटो प्रदर्शनी के उद्घाटन के मौके पर मुखर्जी ने इंदिरा के राजनीतिक सफर को बयां किया और कहा, ‘‘ इंदिरा गांधी पंडित नेहरू के निधन के बाद लाल बहादुर शास्त्री की कैबिनेट में मंत्री बनीं। फिर डेढ़ साल बाद देश की प्रधानमंत्री बनीं। वह कई सामाजिक विधेयक लाईं। बैंकों के राष्ट्रीयकरण का विधेयक लाईं। परंतु उस वक्त उच्चतम न्यायालय ने इन विधेयकों को रद्द कर दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इंदिरा गांधी सामाजिक विधेयकों को लेकर प्रतिबद्ध थीं। 1971 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने जनता से दो तिहाई बहुमत मांगा।