Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Oct, 2017 08:10 AM
पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. भारत में लगातार जासूसी करवा रही है। इसमें जवानों को मोहरा बनाया जा रहा है। इसके लिए हनी ट्रैप का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
नई दिल्ली: पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. भारत में लगातार जासूसी करवा रही है। इसमें जवानों को मोहरा बनाया जा रहा है। इसके लिए हनी ट्रैप का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। 2015 में रणजीत के.के. नाम के एक एयरमैन को गिरफ्तार किया गया था। बर्खास्त होने से पहले वह बठिंडा बेस पर तैनात था। उसे एक पाकिस्तानी लेडी एजैंट ने अपने जाल में फंसाया था। इसी छानबीन में पता चला है कि मामले की शुरूआत फेसबुक चैटिंग से हुई थी। इसके बाद दामिनी ने ‘मैरिज प्लान’ कोड का इस्तेमाल किया था जो कि इस बात की पुष्टि के लिए था कि रणजीत उसके साथ काम करेगा।
रक्षा विश्लेषण क्षेत्र में काम करने का दावा करने वाली दामिनी (पाकिस्तानी महिला एजैंट) ने रणजीत को जॉब ऑफर करने के बहाने संपर्क कर उसकी मजबूरी का फायदा उठाया था। इसी कड़ी में उसने रणजीत से कहा कि आपको विभिन्न एयरफोर्स स्टेशनों के लिए सैन्य टुकड़ी मूवमैंट पर नजर रखनी होगी। साथ ही लड़ाकू विमानों की सूचना और उनकी संख्या के बारे में बताने के लिए कहा गया था। इस दौरान रणजीत ने ऐसी कई गुप्त जानकारियां दामिनी को दे दीं जो सेना के लिहाज से अहम थीं।