Edited By ,Updated: 19 Nov, 2016 01:56 PM
सजाफ्ता कैदी जिसका आचरण अच्छा होता है उसे उसके आधार पर नम्बरदार बना दिया जाता है, जिसकी ड्यूटी बैरक में लगाई जाती है।
चंडीगढ़(संदीप) : सजाफ्ता कैदी जिसका आचरण अच्छा होता है उसे उसके आधार पर नम्बरदार बना दिया जाता है, जिसकी ड्यूटी बैरक में लगाई जाती है। मौजूदा समय में बुडै़ल जेल में करीब 15 कैदियों को नम्बरदार लगाया है जो बाकायदा बैरक के कैदियों पर नजर रख यहां हो रही हर गतिविधि की जानकारी अधिकारियों तक पहुंचाते हैं। इन नम्बरदारों को जेल के नियमानुसार बाकायदा वेतन भी दिया जाता है।
निभाता है अहम भूमिका :
नम्बरदार अपने बैरक के हर कैदी और यहां होने वाली हर गतिविधि पर पैनी नजर रखते हैं व इसकी रिपोर्ट बना अधिकारियों को सौंपते हैं। नम्बरदार कैदी होते हुए भी जेल के अधिकारियों के लिए बेहतरीन सूचना तंत्र साबित होते हैं। इन नम्बरदारों को नियमानुसार वेतन भी दिया जाता है व इनकी राऊंड द क्लॉक ड्यूटी लगाई जाती है। कई बार उनकी ड्यूटी अन्य बैरकों में भी लगाई जाती है ताकि नम्बरदारों द्वारा दी जाने वाली रिपोर्ट को अधिकारी क्रॉस चैक कर सकें। बुडै़ल माडर्न जेल के डिप्टी सुपरिंटैंडैंट अमनदीप सिंह ने कहा कि सजायाफ्ता मुजरिमों को उनके बेहतरीन काम व अच्छे आचरण के आधार पर नम्बर रैंक पर तैनात किया जाता है। इस काम के लिए उन्हें वेतन भी दिया जाता है। नम्बरदार जेल में अधिकारियों के लिए बेहतरीन सूचना तंत्र के तौर पर काम करता है। इनका काम बैरक के कैदियों की हर तरह की गतिविधि के बारे में रिपोर्ट तैयार कर अधिकारियों को देना होता है।