Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Mar, 2018 10:58 AM
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के जंगलों में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच चल रही मुठभेड़ में पांच आतंकवादी मारे गए और पांच जवान भी शहीद हो गए। इस मुठभेड़ झारखंड का लाल रंजीत खलखो जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों से 48 घंटे तक लोहा लेते...
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के जंगलों में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच चल रही मुठभेड़ में पांच आतंकवादी मारे गए और पांच जवान भी शहीद हो गए। इस मुठभेड़ झारखंड का लाल रंजीत खलखो जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों से 48 घंटे तक लोहा लेते हुए शहीद हो गया। रांची जिले के मांडर के बुड़ाखुखरा के इस वीर का पार्थिव शरीर शुक्रवार को दोपहर दो बजे रांची आ सकता है।
भारत-पाक विवाद के लिए नेता जम्मेदार
रंजीत की बहन सरस्वती ने बताया कि रंजीत नेे 2002 में मैट्रिक पास की थी। इसके बाद उनकी फौज में नौकरी लग गई थी। अप्रैल में उनकी शादी होने वाली थी। जनवरी में कश्मीर जाते समय उन्होंने कहा था कि अप्रैल में 15 दिन की छुट्टी लेकर आऊंगा और शादी करूंगा। उन्हें बॉक्सिंग, गिटार बजाने और कविता लिखने का भी शौक था। भाई की शहादत की सूचना मिलने के बाद बहन सरस्वती की आंखों में गम के साथ गुस्सा भी था। सरस्वती ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे विवाद के लिए यहां के नेता जिम्मेदार हैं।
झारखंड के जवान के परिजनों को दस लाख रुपए की मदद
वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हुए झारखंड के जवान रंजीत खलखो की शहादत को नमन करते हुए उनके परिजन को दस लाख रुपये की मदद राशि देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट््वीट कर कहा, ‘‘भारत मां के वीरों को कोटिश: नमन व श्रद्धांजलि।’’ उन्होंने कहा कि हमारे वीर जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। हमारी सरकार आतंकवाद के खात्मे के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि ईश्वर शहीद रंजीत खलखो की आत्मा को शांति प्रदान करे और दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार को संबल दे। उन्होंने कहा कि पूरा झारखण्ड इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ है। मुख्यमंत्री ने साथ ही शहीद के परिवार को दस लाख रुपये की सहायता राशि देने की भी घोषणा की।