Edited By ,Updated: 14 Dec, 2016 02:02 PM
चेन्नई के एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) ने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत
नई दिल्ली: चेन्नई के एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) ने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने संबंधी एक जनहित याचिका उच्चतम न्यायालय में आज दायर की। एनजीओ तेलूगु युवा साक्षी ने यह याचिका दायर की है। याचिकाकर्ता ने कहा है कि जयललिता को जहर देकर मार देने की आशंका है और इसकी सीबीआई जांच पूरी होने तक दिवगंत नेता की संपत्ति के स्थानांतरण की इजाजत न दी जाए।
इलाज संबंधित दस्तावेज हो जब्त
याचिकाकर्ता ने पूर्व मुख्यमंत्री के इलाज से संबंधित दस्तावेज को भी जब्त करने की मांग की है। यह पहला मौका नहीं है जब जयललिता के इलाज और उनकी तत्संबंधी मौत को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं। गत 9 दिसंबर को एक तमिल अभिनेत्री गौतमी ताडि़माला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित ब्लॉग में इस बात को लेकर संदेह जताया था। ताडि़माला ने चेन्नई के अपोलो अस्पताल में जयललिता का 75 दिनों तक चले इलाज से संबंधित गोपनीयता पर सवाल खड़े किए थे।