Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jul, 2017 01:25 PM
जेएनयू के एक छात्र ने आरोप लगाया है कि यहां राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर सीआईएसएफ के कुछ जवानों ने उसे पीटा।
नई दिल्ली: जेएनयू के एक छात्र ने आरोप लगाया है कि यहां राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर सीआईएसएफ के कुछ जवानों ने उसे पीटा और उसे पाकिस्तान भेजने की बात कही। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर के छात्र 22 वर्षीय अमन सिन्हा ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि यह घटना वीरवार शाम को हुई और उसने राजीव चौक के सुरक्षा जांच स्थल पर तैनात सीआईएसएफ के जवानों पर इस घटना में शामिल होने का आरोप लगाया। सिन्हा ने दाढ़ी रखी हुई है। उसने दावा किया कि जब उसने कान में लगे उसके ईयरफोन निकालने के केंद्रीय उद्योग सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के निर्देश की अवहेलना की तो वे नाराज हो गए। इसके बाद दोनों पक्षों में बहस हुई। छात्र ने बताया कि इसके बाद सीआईएसएफ का एक और जवान आया और कहा कि आप देश का नाम बदनाम कर रहे हैं, उन्होंने मुझे पाकिस्तान भेजने की बात कही।
आपत्तिजनक भाषा का किया इस्तेमाल
वे लोग इसके बाद एक लंबे रास्ते से खींचकर मुझे सुरक्षा कार्यालय ले गए, जहां न सीसीटीवी कैमरा था और न ही कोई व्यक्ति था। उसने बताया कि जवानों ने एसकी मां के लिए आपत्तिजनक भाषा इस्तेमाल की, उसकी बुरी तरह पिटाई की और कहा कि लोगों के सामने हमारा नाम खराब कर दिया। छात्र ने इस घटना को रिकॉर्ड करने की भी कोशिश की जिसे उन्होंने बाद में डिलीट करा दिया और उसका फोन फेंक दिया। सीआईएफएफ के वरिष्ठ कर्मी ने कहा कि वह ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल शोएब और पीसी भट्ट के साथ बहस करने लगा था। उसे सिर्फ ईयरफोन हटाने को कहा गया था जो दिल्ली मेट्रो में सामान्य सुरक्षा जांच है। उसने एेसा करने से इंकार कर दिया था और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया जिसके बाद उसे मेट्रो नियंत्रण कक्ष ले जाया गया। सीसीटीवी रिकॉर्ड के आधार पर अधिकारी ने बताया कि यह पूरी घटना 30 मिनट में समाप्त हो गई और छात्र को इसके बाद जाने दिया गया था।