Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Mar, 2018 06:05 PM
गोरखपुर व फूलपुर उपचुनाव जीतने के बाद सपा बसपा के दो और सीट जीतने का मौका है। आने वाले 5 महीनों में कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा सीट पर चुनाव होने वाले हैं। बीजेपी सांसद हुकुम सिंह और विधायक लोकेंद्र सिंह के निधन के बाद से ये सीटें खाली हैं।...
नेशनल डेस्क: गोरखपुर व फूलपुर उपचुनाव जीतने के बाद सपा बसपा के दो और सीट जीतने का मौका है। आने वाले 5 महीनों में कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा सीट पर चुनाव होने वाले हैं। बीजेपी सांसद हुकुम सिंह और विधायक लोकेंद्र सिंह के निधन के बाद से ये सीटें खाली हैं। सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों की साझेदारी बीजेपी को 2019 में कड़ी टक्कर दे सकती हैं। गोरखपुर फूलपुर की तरह अगर अगर बसपा ने कैराना में भी अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं किया तो यहां बीजेपी को फिर मुश्किल खड़ी हो सकती है। हालांकि कैराना में जो भी जीतेगा, उसे कुछ समय तक ही सांसद बने रहने का मौका मिलेगा, वहीं नूरपुर जीतने वाले उम्मीदवार को 3 साल तक विधायक बनने का मौका मिलेगा।
जाटों का है दबदबा
यूपी के राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि मायावती चाहती हैं कि राज्यसभा में उनके उम्मीदवार को समर्थन मिले, अगर ऐसा होता है तो वो कैराना में सपा के उम्मीदवार को समर्थन देंगी। बता दें कि कैराना जाट बाहुल्य इलाका है जिस पर 2009 से पहले अजीत सिंह की पार्टी का कब्जा था। 2009 में बसपा की तब्बसुम बेगम ने हुकुम सिंह को 20 हजार वोटों से हराया था, जिसके बाद हुकुम सिंह बीजेपी में शामिल हो गए थे। आपको बता दें कि सपा भी उपचुनावों में बसपा को सपोर्ट करना चाहती है। सपा नेता उदयवीर सिंह की माने तो पार्टी ने अभी तक कैराना और नूरपुर सीट पर कोई फैसला नहीं लिया है लेकिन यह निश्चित है कि हम इन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
बीजेपी कर रही है हार की समीक्षा
गोरखपुर फूलपुर उपचुनाव हारने के बाद बीजेपी के आलाकमान ने समीक्षा करने की बात कही थी, शनिवार को अमित शाह ने सीएम योगी को दिल्ली तलब भी किया है। जहां शाम में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से उनकी मुलाकात होगी। माना जा रहा है कि इस बैठक में गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव के नतीजों पर चर्चा हो सकती है। शनिवार शाम 5 बजे अमित शाह और योगी आदित्यनाथ के बीच यह बैठक होगी। बता दें कि इससे पहले योगी आदित्यनाथ हार के बाद अपने कई कार्यक्रम रद्द कर दिए थे। योगी ने गुरुवार को होने वाले अपने सारे राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए थे। तय कार्यक्रम के मुताबिक योगी आदित्यनाथ को गोंडा जाना था, वहां पर योगी को 4 दिवसीय लोक कला महोत्सव में हिस्सा लेना था। लेकिन अब उनकी जगह उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा महोत्सव में हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम में योगी को नानाजी देशमुख की मूर्ति का अनावरण करना था।