Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Feb, 2018 05:50 PM
दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट मामले को लेकर केजरीवाल सरकार बैकफुट पर है। दिल्ली सरकार इस मामले को अब बातचीत के जरिए सुलझाना चाहती है। इसी के मद्देनजर आज कैबिनेट की मीटिंग होनी है जिसमें सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ अंशु प्रकाश भी हिस्सा...
नेशनल डेस्क: अरविंद केजरीवाल और चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश मंगलवार को 7 दिन बाद अपने सहयोगियों के साथ बैठक में शामिल हुए। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली विधानसभा में बजट सत्र के लिए तारीख तय करने के लिए बैठक बुलाई थी। बजट सत्र 16 से 28 मार्च तक चलेगा। बैठक से पहले चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश ने अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर कहा है कि अधिकारी आगामी वित्त वर्ष के बजट तिथि को अंतिम रुप देने के लिए आज होने वाली बैठक में शिरकत करने के लिए तैयार हैं लेकिन मुख्यमंत्री को यह सुनिश्चित करना होगा कि अधिकारियों पर किसी प्रकार का शारीरिक हमला तथा मौखिक छींटाकशी नहीं की जाएगी।
दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र 16 से 28 मार्च तक
दिल्ली कैबिनेट ने मंगलवार को फैसला किया कि दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र 16 मार्च से 28 मार्च तक आयोजित किया जाएगा। आम आदमी पार्टी (आप) के कुछ विधायकों की ओर से मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर पिछले दिनों कथित हमले से पैदा हुए प्रशासनिक संकट के बीच यह पहला मौका था जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मुख्य सचिव प्रकाश ने शिरकत की।
सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव एम के परीदा भी बैठक रहे मौजूद
वित्त सचिव एस एन सहाय और सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव एम के परीदा ने भी बैठक में हिस्सा लिया। दिल्ली सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘बजट सत्र 16 मार्च को शुरू होगा और 28 मार्च को समाप्त होगा।’ कैबिनेट बैठक से पहले प्रकाश ने केजरीवाल को पत्र लिखकर उन्हें सूचित किया कि वह बैठक में शिरकत करेंगे। उन्होंने इस सोचकर पत्र लिखा कि मुख्यमंत्री ‘सुनिश्चित करेंगे कि अधिकारियों पर कोई शारीरिक हमला और उनसे बदजुबानी न हो।’ प्रकाश पर कथित हमले के विरोध में दिल्ली सरकार के अधिकारी मंत्रियों से सिर्फ लिखित संवाद कर रहे हैं।