जानिए किस-किस राजनीतिक दल ने किन राज्यों में खेली लंबी सियासी पारी

Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Dec, 2017 07:29 PM

know which party played in which states played long tenure

नई पार्टियों के उदय के बाद के इतिहास पर नजर डाली जाए तो विभिन्न पार्टियों ने कई राज्यो में लंबी पारी खेली। इसमें पश्चिम बंगाल का नाम सबसे ऊपर है। यहां मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने सात बार सरकार बनाई। इसी तरह मध्यप्रदेश, सिक्किम, त्रिपुरा, ओडिशा...

नेशनल डेस्कः गुजरात-हिमाचल में विधानसभा फतह के बाद पूरे देश के 19 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी और उसके गठबंधन की सरकार है। इंदिरा सरकार के बाद यह पहला मौका है कि देश में किसी एक पार्टी ने इतने राज्यों पर शासन कर रही है। अगर नई पार्टियों के उदय के बाद के इतिहास पर नजर डाली जाए तो विभिन्न पार्टियों ने कई राज्यो में लंबी पारी खेली। इसमें पश्चिम बंगाल का नाम सबसे ऊपर है। यहां मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने सात बार सरकार बनाई। इसी तरह मध्यप्रदेश, सिक्किम, त्रिपुरा, ओडिशा जैसी कई राज्य में लबें समय एक ही दल सत्ता पर काबिज था।

पश्चिम बंगाल में 33 सालों तक लेफ्ट सरकार
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने पश्चिम बंगाल में 33 सालों तक राज किया। लेफ्ट की 21 जून 1977 से 13 मई 2011 तक सरकार रही। यह देश में अब तक किसी भी पार्टी द्वारा लगातार सत्ता में रहे का रिकॉर्ड है। पार्टी के संस्थापक ज्योति बसु पांच बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे। उनके बाद दो बार बुद्धदेव भट्टाचार्य राज्य का प्रतिनिधित्व किया।

सिक्किम में 23 सालों से क्षेत्रीय दल का काबिज
नॉर्थ-ईस्ट के इस छोटे से राज्य में पिछले 23 साल से क्षेत्रीय दल राज्य की सत्ता पर कब्जा जमाए हुए है।12 दिसंबर 1994 से अब तक वहां सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट  की सरकार है। पिछले पांच विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज कर लगातार सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट राज्य में सरकार बना रही है। पार्टी के संस्थापक पवन कुमार चामलिंग ही राज्य के मुख्यमंत्री भी हैं। 12 अप्रैल 2014 को पवन कुमार चीमलिंग पांचवीं बार राज्य के मुख्यमंत्री बने। 

त्रिपुरा में सत्ता पर 24 सालों से लेफ्ट का कब्जा 
पश्चिम बंगाल के बाद नॉर्थ-ईस्ट के त्रिपुरा में 24 सालों तक मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार रही। लेफ्ट ने राज्य के चार विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की। राज्य में सातवीं से लेकर दसवीं विधानसभा में पार्टी की सरकार बनी। लगातार तीन बार से माणिक सरकार वहां मुख्यमंत्री का पद संभाल रहे हैं। वे मार्च 1998 से इस पद पर कबिज हैं।

गुजरात में लगातार 20 साल से भाजपा  
भाजपा यहां सत्ता में 14 मार्च 1995 से अब तक शासन में है। आने वाले 5 वर्षों तक और शासन करने के लिए चुनाव जीत चुकी है। 1996 में पार्टी के सदस्य शंकर सिंह वाघेला के विद्रोह कर दिया। उस दौरान वाघेला की बनाई राष्ट्रीय जनता पार्टी ने भाजपा सरकार को गिराकर अपनी सरकार बनाई लेकिन 10वीं विधानसभा में लोगों ने फिर से भाजपा को चुना और तब से गुजरात के लोगों के लिए बीजेपी ही पहली पसंद बनी हुई है। हालांकि इस बीच राज्य में समय-समय पर मुख्यमंत्री पद के चेहरे बदलते रहे लेकिन इस दौरान सबसे ज्यादा नरेंद्र मोदी ने सबसे ज्यादा तीन बार मुख्यमंत्री रहे।

ओडिशा में 17 साल बीजू जनता दल  
राज्य में बीजू जनता दल (बीजद) पिछले चार विधानसभा चुनावों से लगातार जीत हासिल करती रही है। ओडिशा में बीजू जनता दल पिछले 17 सालों से सरकार चला रही है। 21 मई 2014 को नवीन पटनायक लगातार चौथी बार यहां के मुख्यमंत्री बने हैं। पटनायक ही बीजू जनता दल के सस्थापक और मुखिया भी हैं।

दिल्ली में 15 साल तक कांग्रेस सरकार 
राजधानी दिल्ली में करीब 15 साल 25 दिन तक कांग्रेस का शासन रहा। इस दौरान लगातार तीन विधानसभा तक कांग्रेस पार्टी की सरकार रहीं। कॉमन वेल्थ गेम के दौरान उनकी सरकार पर कई घोटालों के आरोप लगे। इसके चलते 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कड़ी शिकस्त मिली। तीसरी विधानसभा से पांचवीं विधानसभा तक दिल्ली की कमान कांग्रेस की नेता शीला दीक्षित के हाथों में रही।

छत्तीसगढ़ में 14 साल से भाजपा सरकार
केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने साल 2000 में तीन नए राज्यों का गठन किया था। इसमें मध्यप्रदेश के हिस्से से छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया गया। हालांकि गठन से पहले 1998 में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, इसलिए पहले सीएम कांग्रेस पार्टी के अजीत जोगी बने लेकिन इसके बाद से लगातार 14 सालों से भाजपा राज्य में सरकार चला रही है। 2003 के विधानसभा चुनाव में भाजपा सत्ता में आई और रमन सिंह मुख्यमंत्री बने। 2013 में रमन सिंह तीसरी बार मुख्यमंत्री बने। 

महाराष्ट्र में 14 साल तक कांग्रेस राज
महाराष्ट्र में 14 साल 277 दिन तक कांग्रेस  ने शासन किया। राज्य में कांग्रेस ने 9 जून 1980 से मार्च 1995 तक सरकार रही। इस दौरान पार्टी ने तीन विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की लेकिन इस बीच कोई एक राजनेता मुख्यमंत्री पद पर काबिज नहीं रहा। राजनीतिक नफा-नुकसान को देखते हुए पार्टी ने समय-समय पर मुख्यमंत्री के बदलती रही। 

एमपी में 14 साल से भाजपा की सत्ता 
मध्यप्रदेश में 1998 के विधानसभा चुनाव तक कांग्रेस लगातार 10 सालों तक सत्ता पर आसीन रही लेकिन 2003 के विधानसभा चुनाव में भाजपा कांग्रेस को करारी शिकस्त देकर अपनी सरकार बनाई। तब से लगातार तीन विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी जीत हासिल करती आ रही है। हालांकि 2003 में पहले उमा भारती ने मुख्यमंत्री पद बनी फिर बाबूलाल गौर और अब शिवराज सिंह चौहान पिछले 14 सालों से सीएम पद पर आसीन हैं।

 

 
 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!