Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Mar, 2018 02:05 PM
बिहार की सियासत में मची उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। हम(हिंदुस्तान आवाम मोर्चा) के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने एनडीए का साथ छोड़कर महागठबंधन का दामन थाम लिया है। इस फैसले के चलते उनकी मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। जीतनराम मांझी के करीबी और...
पटनाः बिहार की सियासत में मची उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। हम(हिंदुस्तान आवाम मोर्चा) के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने एनडीए का साथ छोड़कर महागठबंधन का दामन थाम लिया है। इस फैसले के चलते उनकी मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं।
जीतनराम मांझी के करीबी और हम के नेता नरेंद्र सिंह का कहना है कि असली हम के कार्यकर्त्ता हमारे साथ हैं। उन्होंने कहा कि 15 दिन के अंदर राष्ट्रीय, प्रदेश, जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर के कार्यकर्त्ताओं के साथ बैठक करेंगे जिसके बाद नए सिरे से पार्टी के पदाधिकारी का चुनाव होगा।
हम के नेता नरेंद्र सिंह ने इस फैसले की निंदा करते हुए पार्टी पर दावा ठोक दिया है। उनका कहना है कि मांझी ने यह फैसला व्यक्तिगत रूप से लिया है। इस फैसले पर कोई विचार-विमर्श नहीं किया गया ना ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की गई। उन्होंने कहा कि 8 अप्रैल को पार्टी की रैली होनी थी लेकिन उससे पहले ही जीतनराम मांझी ने यह फैसला ले लिया।