Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Mar, 2018 05:21 PM
श्रीनगर के राजबाग इलाके में ठेकेदारों के मुख्य अभियंता परिसर को ‘लॉक डाउन’ प्रोग्राम को नाकाम करते हुए पुलिस ने सैंकडों ठेकेदारों को गिरफ्तार कर लिया।
श्रीनगर : श्रीनगर के राजबाग इलाके में ठेकेदारों के मुख्य अभियंता परिसर को ‘लॉक डाउन’ प्रोग्राम को नाकाम करते हुए पुलिस ने सैंकडों ठेकेदारों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार लोगों में जम्मू कश्मीर सेंट्रल ठेकेदार समन्वय समिति (जे.के.सी.सी.सी.सी.) के महासचिव फारुक अहमद डार व अन्य वरिष्ठ सदस्य भी शामिल हैं। जे.के.सी.सी.सी.सी. ने 700 करोड़ से ज्यादा लंबित बिलों के भुगतान की मांग को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के मकसद से आज ‘लॉक डाउन’ का आह्वान किया था।
राजबाग इलाके में मुख्य अभियंता परिसर के पास सैंकडों ठेकेदार इकट्ठा हुए और सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार पर 750 करोड़ रुपए के लंबित बिल होने का आरोप लगाया। इस दौरान ठेकेदारों ने परिसर की ओर मार्च करके इसके मुख्य द्वार पर ताला लगाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उनके मार्च को नाकाम कर दिया। वहीं, समिति के महासचिव फारुक अहमद डार, चेयरमैन हाजी एम. अकबर, मुख्य संयोजक हाजी नजीर अहमद जरगर, तसदुक हुसैन लावे, हाजी निसार, इश्फाक खान, एम. अश्रफ, जावेद जरगर और सभी जिला अध्यक्षों सहित सैंकडों ठेकेदारों को गिरफ्तार कर लिया।
समिति के प्रवक्ता ने कहा कि शुक्रवार को प्रदर्शन कर रहे लगभग 100 ठेकेदारों को गिरफ्तार करके राजबाग पुलिस स्टेशन में बंद कर दिया गया। इससे पहले जे.के.सी.सी.सी.सी. महासचिव फारुक डार ने कहा कि बडे पैमाने पर धनराशि को बंद रखने से उनपर भारी असर पड़ रहा है। हम सरकार को तत्काल लंबित बिलों को जारी करने या आंदोलन का सामना करने की चेतावनी देते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के बड़े दावे झूठे साबित हो गए हैं क्योंकि सरकार के पास 700 से ज्यादा करोड़ रुपए के बिल लंबित हैं।