Edited By ,Updated: 22 Nov, 2016 01:54 PM
सरकार ने आज बताया कि 500 और 1000 रुपए के नोटों को अमान्य करने के कदम से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और पत्थर फेंकने वालों को पैसा नहीं मिल पाने से उन पर बुरी तरह असर पड़ा है।
नई दिल्ली: सरकार ने आज बताया कि 500 और 1000 रुपए के नोटों को अमान्य करने के कदम से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और पत्थर फेंकने वालों को पैसा नहीं मिल पाने से उन पर बुरी तरह असर पड़ा है। लोकसभा में रमा देवी के पूरक प्रश्न के उत्तर में गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि नोटबंदी के कारण देश में फर्जी या जाली नोटों को भेजने की गतिविधियां बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं और इस कदम के बाद से पथराव जैसी किसी घटना की सूचना नहीं है।
उन्होंने कहा कि जाली या फर्जी नोटों के देश के भीतर भेजने की गतिविधियां बुरी तरह से प्रभावित हुई है। आतंक का वित्त पोषण काफी प्रभावित हुआ है और कश्मीर में पत्थर फेंेकने वालों को पैसे का भुगतान रूका है। रिजिजू ने कहा कि सूचनाएं इंगित करती है कि कश्मीर में पड़ोसी देश द्वारा प्रायोजित विघटनकारी तत्वों और अलगावादियों के बीच सांठगांठ है। एेसे तत्वों के खिलाफ कानून के उपबंधों के तहत आश्वयक कार्रवाई की जाती है।
गृह राज्य मंत्री ने कहा कि यह बात संज्ञान में आई है कि कुछ प्रमुख अलगाववादी नेता पाकिस्तान या पाक के कब्जे वाले कश्मीर आधारित उग्रवादी नेताआें के संपर्क में हैं। उनके बारे में यह माना गया है कि वे इस प्रकार की प्रतिकूल गतिविधियों के लिए पाकिस्तानी संगठनों से अनुदेश और वित्तीय सहायता प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा दी गई सूचना के अनुसार, राज्य सुरक्षा समीक्षा समन्वय समिति के निर्णय के तहत सुरक्षा वर्गीकरण के आधार पर राज्य सरकार द्वारा सुरक्षा कवर मुहैया कराया जाता है जिनमें अन्य बातों के साथ साथ पीसीआे, गार्ड और वाहन शामिल होते हैं।