Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Feb, 2018 01:42 PM
लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने पहले के रक्षा मंत्रियों द्वारा रक्षा सौदें की जानकारी न देने सम्बन्धी वित्त मंत्री अरूण जेटली के बयान को संसद को गुमराह करने वाले करार देते हुए आज कहा कि पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने एक रक्षा सौदे...
नई दिल्ली: लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने पहले के रक्षा मंत्रियों द्वारा रक्षा सौदें की जानकारी न देने सम्बन्धी वित्त मंत्री अरूण जेटली के बयान को संसद को गुमराह करने वाले करार देते हुए आज कहा कि पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने एक रक्षा सौदे की पूरी जानकारी संसद को दी थी। खडग़े ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि जेटली ने आम बजट पर हुई चर्चा के लोकसभा में दिये जवाब में यह कहकर सदन को गुमराह किया है कि पूर्व रक्षा मंत्रियों प्रणव मुखर्जी और एंटनी ने रक्षा सौदों के बारे में संसद में जानकारी देने से मना कर दिया था। कांग्रेस नेता ने कहा कि एंटनी ने चार मार्च 2013 को मिराज सौदे की पूरी जानकरी संसद को दी थी।
खडग़े ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल सौदे पर चर्चा के लिए नियम 352 के तहत नोटिस दिया है। पार्टी बजट सत्र के अगले चरण में इस पर चर्चा कराने की मांग करेगी। चर्चा में इस सौदे की सारी जानकारी सामने आ जाएगी। खडग़े ने कहा कि जब एक निजी उद्यमी को राफेल सौदे की पूरी जानकारी हो सकती है तो देश की एक सौ तीस करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करने वाली संसद को इसका ब्यौरा क्यों नहीं दिया जा सकता ।
उन्होंने कहा कि जहां तक राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल है तो कांग्रेस राफेल लड़ाकू विमान की मारक क्षमता या उसकी बनावट आदि की जानकारी नहीं मांग रही हैं बल्कि सरकार से सिर्फ यह पूछ रही है कि जब संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के कार्यकाल में राफेल लड़ाकू विमान का सौदा 526 करोड़ में ही हुआ था तो मोदी सरकार ने उससे दोगुनी से भी ज्यादा कीमत पर यह सौदा क्यों किया। आखिर सरकार इनके दाम बताने में क्यों घबरा रही है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सवाल उठाया कि सरकार ने इन विमानों को बनाने का काम ङ्क्षहदुस्तान एअरोनाटिक्स लिमिटेड के बजाए एक निजी कंपनी को क्यों दिया।