Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 10:01 AM
बिहार के ‘माऊंटेन मैन’ दशरथ मांझी ने 22 वर्षों की कठिन मेहनत से एक रोड बनाई जिसका इस्तेमाल आज उनके गांव वाले करते हैं। एक ऐसी ही इंसानी जज्बे और जुनून की कहानी ओडिशा से आई है। कंधमाल जिले के जालंधर नायक फुलबनी शहर के मुख्य मार्ग से अपने गुमाशी गांव
फुलबनी (ओडिशा): बिहार के ‘माऊंटेन मैन’ दशरथ मांझी ने 22 वर्षों की कठिन मेहनत से एक रोड बनाई जिसका इस्तेमाल आज उनके गांव वाले करते हैं। एक ऐसी ही इंसानी जज्बे और जुनून की कहानी ओडिशा से आई है। कंधमाल जिले के जालंधर नायक फुलबनी शहर के मुख्य मार्ग से अपने गुमाशी गांव को जोडऩे के लिए 15 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने के काम में जुटे हैं। ओडिशा के माऊंटेन मैन जालंधर नायक अकेले ही पहाड़ की चट्टानों को तोड़ रहे हैं। वह रोजाना 8 घंटे जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं। नायक पिछले 2 सालों में पहाड़ तोड़कर 8 किलोमीटर तक सड़क बना चुके हैं और उनकी अगले 3 साल में और 7 किलोमीटर तक इस रास्ते का विस्तार करने की योजना है।
45 साल के नायक ने बताया कि उनके 3 बच्चों को पहाड़ पार कर शहर के स्कूल जाने में हो रही दिक्कत ने उन्हें छेनी और हथौड़ा पकडऩे की प्रेरणा दी। जिलाधिकारी बृंद्धा डी. ने कहा कि सड़क बनाने के लिए पहाड़ को काटने के नायक के प्रयास एवं संकल्प से मैं मंत्रमुग्ध हो गया। उन्होंने जितने दिनों तक काम किया है, उसके बदले में उन्हें मनरेगा के तहत भुगतान किया जाएगा।