Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Feb, 2018 02:50 PM
पिता की मौत की खबर जब घर में पहुंची तब बेटा दसवीं की परीक्षा की तैयारी कर रहा था। राजोरी में शहीद हुए हवलदार रोशन लाल के बेटे का सोमवार को दसवीं की परीक्षा थी और रविवार रात को उनके घर पर पिता के शहीद होने की खबर पहुंच गई।
जम्मू: पिता की मौत की खबर जब घर में पहुंची तब बेटा दसवीं की परीक्षा की तैयारी कर रहा था। राजोरी में शहीद हुए हवलदार रोशन लाल के बेटे का सोमवार को दसवीं की परीक्षा थी और रविवार रात को उनके घर पर पिता के शहीद होने की खबर पहुंच गई। अपने पिता की शहादत पर आंसू बहाने की वजाय गर्व से अभिनंदन ने कहा कि पढ़ लिखकर वो भी सेना में भर्ती होगा और पिता की मौत का बदला लेगा। उसने कहा कि वो दुश्मनों के दस सिर काट कर लाएगा।
घग्वाल के निछला गांव के रहने वाले रोशन लाल सहित चार जवान राजोरी में रविवार की रात को पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हो गए। शहीद रोशन लाल के भाई दर्शन कुमार ने कहा कि उसका भाई दोनों देशों के बीच चल रही प्राक्सी वॉर में शहीद हुआ है और वह चाहता है कि यह हिंसा खत्म हो। उन्होंने बताया कि उनके भाई रोशन लाल 1995 में सेना में भर्ती हुए थे। लाल का बेटा दसवीं कक्षा का छात्र है और वह हमेशा अपने बेटे को एक अफिसर बनाने के सपने के बारे में बात करता था। रोशन लाल की बेटी आठवीं कक्षा में पढ़ती है।