Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jan, 2018 11:15 AM
मेट्रो विहार के फेज-2 में रहने वाले बंटूलाल की बेटी सोनम (23) भी अन्य लड़कियों की तरह ही अपनी शादी के सपने संजो रही थी। वह अपनी मेहनत की कमाई से अच्छा सा शादी का जोड़ा खरीदना चाहती थी। अपने इसी सपने को साकार करने के लिए उसने तीन महीने पहले ही इस...
होलंबी खुर्द(कुमार गजेन्द्र): मेट्रो विहार के फेज-2 में रहने वाले बंटूलाल की बेटी सोनम (23) भी अन्य लड़कियों की तरह ही अपनी शादी के सपने संजो रही थी। वह अपनी मेहनत की कमाई से अच्छा सा शादी का जोड़ा खरीदना चाहती थी। अपने इसी सपने को साकार करने के लिए उसने तीन महीने पहले ही इस फैक्ट्री में काम शुरू किया था। लेकिन उसे क्या पता था कि वह शादी का जोड़ा अब कभी नहीं पहन पाएगी।
बेटी की याद में रोते बिलखते परिजन बताते हैं कि हमने बीते नवरात्रों में सोनम की शादी तय कर दी थी। लड़का सब्जीमंडी इलाका का था। दोनों की शादी एक माह बाद होनी थी। मृतका का परिवार भी पहले सब्जीमंडी इलाके में ही रहता था। परिजनों का कहना है कि रिश्ता तय होने के बाद से ही सोनम अपने घर में रहती थी। लेकिन तीन दिन पहले ही इलाके की एक महिला अच्छा वेतन और ओवरटाइम दिलाने की बात कहकर उसे अपने साथ ले गई। जिसके बाद से वह उक्त फैक्ट्री में काम कर रही थी।
विवाह के वक्त हाथ में चार पैसे रहें और परिजनों का बोझ भी कम हो जाए इसके लिए वह शाम को ओवरटाइम किया करती थी। सोनम की मां चलने फिरने में लाचार है। उसकी आठ साल की एक छोटी बहन संजना और है। शनिवार को वह घर में ओवरटाइम की बात बता कर नहीं गई थी। शाम 7:00 बजे तक जब वह वापस नहीं लौटी तो उसके पिता फैक्ट्री पहुंचे, जहां उन्हें हादसे के बारे में सूचना मिली।