Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Feb, 2018 09:51 AM
अरुणाचल प्रदेश में मासूम बच्ची से रेप और उसकी हत्या के आरोपियों को वहां की जनता ने ही सरेआम सजा दे दी। रेप के आरोपी संजय सबर (30) और जगदीश लोहार (25) को भीड़ ने पहले पुलिस थाने से बाहर निकालकर पीटा और उसके बाद बीच बाजार में दोनों को जिंदा जला डाला।
ईटानगरः अरुणाचल प्रदेश में मासूम बच्ची से रेप और उसकी हत्या के आरोपियों को वहां की जनता ने ही सरेआम सजा दे दी। रेप के आरोपी संजय सबर (30) और जगदीश लोहार (25) को भीड़ ने पहले पुलिस थाने से बाहर निकालकर पीटा और उसके बाद बीच बाजार में दोनों को जिंदा जला डाला। मामले में आईजी नवीन पायेंग ने बताया कि 12 फरवरी को बच्ची से रेप के बाद उसकी बेदर्दी से हत्या कर दी गई। बच्ची का सिर धड़ से उलग कर दिया गया। यहां तक कि उसके शरीर पर कपड़े तक नहीं थे। बच्ची का शव उसी चाय बागान से मिला जहां पर दोनों आरोपी काम करते थे। बच्ची की हत्या के बाद से दोनों आरोपी फरार थे।
पुलिस ने दोनों को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया और उनको असम से गिरफ्तार किया गया। दोनों ने अपना गुनाह भी कबूल किया था। कोर्ट ने दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा था। संजय और जगदीश को तेजू थाने में रखा गया था। जब गांव वालों को खबर हुई कि दोनों थाने में बंद है तो वहां भीड़ इकट्ठी हो गई। पहले तो भीड़ ने थाने में तोडफोड़ की। फिर लॉकअप से निकालकर दोनों आरोपियों को चोराहे पर पीटा और वहीं उनको जिंदा जला दिया। वहीं इस घटना पर मुख्यमंत्री पेमा खांडु ने कहा कि यह 'दुर्भाग्यपूर्ण' है। भीड़ को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए था। वहीं उन्होंने बच्ची से बलात्कार और हत्या की घटना को 'बर्बर और अमानवीय' बताया।