Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Feb, 2018 12:12 PM
मोदी सरकार ने अलग-अलग बाबुओं के अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ किए जाने वाले प्राइवेट विदेशी दौरों पर तीखी नजर रखनी शुरू कर दी है। सरकार ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे विदेशी दौरों पर जाने से पहले संभावित खर्च का पूरा हिसाब पेश करें। प्रधानमंत्री के...
नेशनल डेस्कः मोदी सरकार ने अलग-अलग बाबुओं के अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ किए जाने वाले प्राइवेट विदेशी दौरों पर तीखी नजर रखनी शुरू कर दी है। सरकार ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे विदेशी दौरों पर जाने से पहले संभावित खर्च का पूरा हिसाब पेश करें। प्रधानमंत्री के अधीन डिपार्टमैंट ऑफ पर्सनल ने इस संबंधी नए नियम तैयार किए हैं। इससे अब बाबू विदेशी दौरों दौरान कोई फालतू खर्च नहीं कर सकेंगे। इन बाबुओं को यह कहा गया है कि वे प्रति सदस्य के हिसाब से हर तरह के खर्चे की सूची पेश करें। संबंधित बाबुओं को विदेशी दौरे से वापस आने पर 2 सप्ताह के अंदर सारा हिसाब पेश करना होगा।
अब विजीलैंस की मंजूरी भी जरूरी कर दी गई है। सब संबंधित विभागों के चीफ विजीलैंस अधिकारियों को कहा गया है कि वे विदेशी दौरों पर जाने वाले अधिकारियों का सारा डाटा तैयार रखें। अधिकारियों को यह भी कहा गया है कि वे विदेशों में मेहमाननवाजी स्वीकार न करें। सिर्फ सेहत अचानक खराब होने पर ही मेहमाननवाजी स्वीकार की जा सकती है परंतु इस संबंधी सरकार को भी एक महीने के अंदर रिपोर्ट देनी होगी।