Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Oct, 2017 09:26 AM
बिहार के 2 राजनीतिक दलों राजद और आर.एल.एस.पी. के प्रमुखों लालू प्रसाद यादव व उपेंद्र कुशवाहा की मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में अटकलबाजियों का दौर शुरू हो गया है। आर.एल.एस.पी. भाजपा नीत राजग का हिस्सा है। उपेंद्र कुशवाहा नरेंद्र मोदी सरकार में...
पटना: बिहार के 2 राजनीतिक दलों राजद और आर.एल.एस.पी. के प्रमुखों लालू प्रसाद यादव व उपेंद्र कुशवाहा की मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में अटकलबाजियों का दौर शुरू हो गया है। आर.एल.एस.पी. भाजपा नीत राजग का हिस्सा है। उपेंद्र कुशवाहा नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री हैं। लालू और उपेंद्र ने सोमवार (16 अक्तूबर) को मुलाकात की। राजद के एक नेता ने बताया कि दोनों नेताओं ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव से जुड़ी संभावनाओं पर चर्चा की। हालांकि किसी भी नेता ने अभी तक इस मुलाकात पर आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा है।
नीतीश की राजग में वापसी से उपेंद्र कुशवाहा के नाराज होने की चर्चा होने लगी थी। माना जाता है कि कुशवाहा नीतीश को अपना प्रतिद्वंद्वी मानते हैं और उनके साथ नहीं रहना चाहते। आर.एल.एस.पी. नेता नागमणि ने 2 दिन पहले ही यह कहकर बिहार की सियासत में बदलाव के संकेत दिए कि उपेंद्र कुशवाहा को बिहार का अगला मुख्यमंत्री होना चाहिए। अंदरखाने चर्चा है कि अगर राजद और कांग्रेस कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाकर चुनाव लड़ने को तैयार हो जाएं तो राजग में फूट पड़ती बहुत मुश्किल नहीं होगी।