Edited By ,Updated: 30 Apr, 2017 02:40 PM
मोदी सरकार की ब्लैक मनी खुलासा स्कीम, गोल्ड बॉन्ड्स स्कीम, जनधन योजना, न्यू पेंशन स्कीम और एफडीआई बढ़ाने की योजनाओं को ज्यादा सफलता नहीं मिली। इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत ज्यादा परेशान हैं।
नई दिल्लीः मोदी सरकार की ब्लैक मनी खुलासा स्कीम, गोल्ड बॉन्ड्स स्कीम, जनधन योजना, न्यू पेंशन स्कीम और एफडीआई बढ़ाने की योजनाओं को ज्यादा सफलता नहीं मिली। इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत ज्यादा परेशान हैं।
मोदी चाहते हैं कि इन स्कीमों की विफलता पर मंथन हो ताकि इन स्कीमों में बदलाव किया जा सके या फिर इनकी जगह नई योजनाएं लाई जा सकें। यही कारण है कि वे अब वित्त मंत्रालय के उच्चाधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक करने जा रहे हैं। बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेतली के साथ-साथ दोनों वित्त राज्य मंत्री रहेंगे। बैठक मई के पहले या दूसरे सप्ताह में हो सकती है।
पूरी डीटेल के साथ आएं
वित्त मंत्रालय के एक उच्चाधिकारी के अनुसार, सभी उच्चाधिकारियों को इन स्कीमों और इसमें खामियों की डीटेल लाने को कहा गया है। इन योजनाओं की पूरी रूपरेखा तैयार करने में प्रमुख आर्थिक सलाहकार से लेकर रेवेन्यू सेक्रटरी ऑफिस की अहम भूमिका रही है। बावजूद इसके इन स्कीमों को मार्कीट और लोगों ने एक तरह से नकार दिया। उनकी तरफ से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं आई।
ग्राउंड रिऐलिटी बताएं
यही कारण है कि वित्त मंत्रालयों के उच्चाधिकारियों से कहा गया है कि वे इन स्कीमों की ग्राउंट रिऐलिटी बताएं ताकि भविष्य में इस तरह की स्कीम तैयार करते समय उन गलतियों को दोहराया नहीं जाए।
कलैक्शन न बढ़ने से परेशानी
सरकार को उम्मीद थी कि ब्लैक मनी, गोल्ड बॉन्ड्स और अन्य स्कीमों से टैक्स कलैक्शन बढ़ेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पहले काला धन खुलासा स्कीम के तहत 65,000 करोड़ रुपए ब्लैक मनी का खुलासा किया गया। मगर, दूसरी बार जब सरकार ने इस स्कीम को मार्कीट में उतारा तो मात्र 10,000 करोड़ रुपए की ब्लैक मनी का खुलासा ही हुआ।