Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 11:40 AM
निवर्तमान राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने सोमवार को अपने कार्यकाल के आखिरी दिन राष्ट्र के नाम संदेश पढ़ा लेकिन भाजपा उनका विदाई संदेश सुनकर हैरान रह गई।
नई दिल्लीः निवर्तमान राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने सोमवार को अपने कार्यकाल के आखिरी दिन राष्ट्र के नाम संदेश पढ़ा लेकिन भाजपा उनका विदाई संदेश सुनकर हैरान रह गई। दरअसल राष्ट्रपति के लिखित भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का नाम नहीं था लेकिन फिर भी उन्होंने उनका जिक्र किया। दूसरी चौंकाने वाली बात यह थी कि मुखर्जी ने जहां देश के कई पूर्व नेताओं को याद किया लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का अपने संदेश में जिक्र तक नहीं किया।
मुखर्जी ने कहा कि भारत की आत्मा बहुलवाद व सहिष्णुता में बसती है और हमें अपने जन संवाद को शारीरिक और मौखिक सभी तरह की हिंसा से मुक्त करना होगा। राष्ट्र को संबोधित अपने विदाई संदेश में उन्होंने कहा कि समावेशी समाज का निर्माण विश्वास का एक विषय होना चाहिए। उन्होंने अहिंसा की शक्ति को पुनर्जीवित करने का आह्वान किया। मुखर्जी ने रामनाथ कोविंद को बधाई देते हुए कहा कि मैं भावी राष्ट्रपति को बधाई देता हूं और उनका हार्दिक स्वागत करता हूं और उन्हें आने वाले वर्षाे में सफलता और खुशहाली की शुभकामनाएं देता हूं।
उन्होंने कहा कि मैं भारत की जनता, उनके निर्वाचित प्रतिनिधियों और राजनीतिक दलों के प्रति हार्दिक आभार से अभिभूत हूं। मैंने देश को जितना दिया, उससे कहीं अधिक पाया है। इसके लिए मैं भारत के लोगों के प्रति सदैव ऋणी रहूंगा।