Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Dec, 2017 09:50 PM
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री नेशनल पार्क में दुर्लभ प्रजाति के भरल (ब्लू शीप) के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। एक रिपोर्ट के अनुसार इन ब्लू शीप्स में एक ऐसी बीमारी पाई गई है जिसकी वजह से उनकी आंखों से खून टपक रहा है तथा आंखें...
नेशनल डेस्क: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री नेशनल पार्क में दुर्लभ प्रजाति के भरल (ब्लू शीप) के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। एक रिपोर्ट के अनुसार इन ब्लू शीप्स में एक ऐसी बीमारी पाई गई है जिसकी वजह से उनकी आंखों से खून टपक रहा है तथा आंखें बाहर की और लटक रही हैं।
इस अजीबो-गरीब बीमारी में पहले तो उनकी आँखों पर सफेद झिल्ली बनती है जिसके बाद आंखें लाल होकर फूल जाती हैं और फिर बाहर गिर जाती हैं। ...
मामले की गंभीरता को देखते हुए गंगोत्री नेशनल पार्क की टीम ने निम की मदद मांगी है।
गंगोत्री नेशनल पार्क में केदार ताल के आसपास ये ब्लू शीप एक पर्वतारोही दल को मिलीं। ये ब्लू शीप 14 हजार से 15 हजार फीट की ऊंचाई पर मिलीं। इन्हें देखते ही पर्वतारोही दल ने गंगोत्री नेशनल पार्क के वन अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। वन्य जीव से जुड़े लोगों का कहना है कि ब्लू शीप्स में अगर ये एक संक्रामक रोग है तो इससे वहां के बाकी वन्यजीवों पर भी खतरा मंडरा रहा है।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार गंगोत्री नेशनल पार्क के अधिकारियों को इस बीमारी की कोई जानकारी नहीं थी। ट्रैकिंग पर आए बीएसएफ के एक दल ने इसकी सूचना वन विभाग को दी और इसके बाद ही वनाधिकारी हरकत में आए। आनन-फानन में रोग से पीड़ित एक भेड़ का नमूना इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (आइवीआरआइ) बरेली को भेजा गया।
साथ ही मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डीबीएस खाती ने आइवीआरआइ बरेली के निदेशक को पत्र भेजकर भरल को चपेट में लेने वाले रोग की गहन जांच का आग्रह किया। पत्र में आइवीआरआइ के एक विशेषज्ञ दल को गंगोत्री नेशनल पार्क भेजने की गुजारिश भी की गई है।