Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jul, 2017 08:42 PM
पूर्व केंद्रीय शहरी विकास मंत्री को उप राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाए के पीछे उड़ रही अफवाहों पर वेंकैया नायडू ने चुप्पी तोड़ी है।
नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय शहरी विकास मंत्री को उप राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाए के पीछे उड़ रही अफवाहों पर वेंकैया नायडू ने चुप्पी तोड़ी है। राजनीतिक गलियारों में उड़ रही उन बातों को सिरे से नकार दिया, जिसमें कहा जा रहा था कि उप राष्ट्रपति पद के लिए उनका नामांकन करने के पीछ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की गहरी साजिश थी, क्योंकि उन्हें डर था कि वे 2019 में प्रधानमंत्री पद के दावेदार हो सकते थे।
इन दावों को ‘कोरी बकवास’ करार देते हुए नायडू ने मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वह ‘देश को भगवान का वरदान’ हैं और फैसले हमेशा सामूहिक तौर पर लिए जाते हैं। नायडू ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘मोदी, शाह और हम सभी सामूहिक तौर पर फैसला करते हैं। असल में दोनों हर अहम मामले पर मुझसे विचार-विमर्श करते थे। ’’
उम्मीदवार चुनने के पीछे की बताई वजह
उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि भारत के राष्ट्रपति उत्तर भारत से हैं, प्रधानमंत्री पश्चिम भारत से हैं, लोकसभा स्पीकर मध्य भारत से हैं, इसलिए मोदी चाहते थे कि उप-राष्ट्रपति दक्षिण भारत से हों। वह यह भी चाहते थे कि उप-राष्ट्रपति पद के लिए किसान परिवार का कोई व्यक्ति हो और एक एेसा व्यक्ति जो राज्यसभा प्रभावी तरीके से चला सके।
’’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने साफ तौर पर कहा था कि (उप-राष्ट्रपति पद के लिए) कोई विकल्प नहीं है और इसलिए उन्हें चुना गया। विपक्ष ने पूर्व आईएएस अधिकारी और महात्मा गांधी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी को अपना उम्मीदवार बनाया है । उप-राष्ट्रपति पद के लिए पांच अगस्त को चुनाव होने वाले हैं