मोदी सरकार के 3 सालः इन कारणों से PM करते हैं जनता के दिलों पर राज

Edited By ,Updated: 20 May, 2017 05:53 PM

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मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने में अभी कुछ दिन बाकी हैं। अच्छे दिन का नारा देकर नरेंद्र मोदी 26 मई 2014 को देश की सत्ता पर काबिज हुए थे। तीसरी सालगिराह के लेकर सरकार भी पूरे सप्ताह जश्न मनाने की तैयारी में है.

नई दिल्ली: मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने में अभी कुछ दिन बाकी हैं। अच्छे दिन का नारा देकर नरेंद्र मोदी 26 मई 2014 को देश की सत्ता पर काबिज हुए थे। तीसरी सालगिराह के लेकर सरकार भी पूरे सप्ताह जश्न मनाने की तैयारी में है। अगर पिछले तीन साल पर नजर घुमाएं तो पीएम मोदी ने नोटबंदी, स्टार्टअप इंडिया, क्लीन इंडिया जैसे कई बड़े-बड़े फैसले लिए हैं जिनकी काफी तारीफ हुई है। आइए जानते हैं मोदी वे खास गुण जिनके आधार वह लोगों के दिलों पर राज करते हैं।

समझाने और आकृर्षित करके की क्षमता
पीएम मोदी एक ऐसे नेता हैं जिनके अंदर देशवासियों की अपनी ओर खींचने की क्षमता हैं।उन्हें ये पता होता है कि कब किस वर्ग के इंसान के सामने किस तरह से बात करना है। वह जिस भी राज्य में जाते हैं वहां की बोली के कुछ शब्दों का प्रयोग भाषण के दौरान करते हैं जो जनता का आसानी से उनकी ओर खींच ले जाता है। पीएम मोदीके अंदर जमता को अपनी बात समझाने की क्षमता है। उनको बहुत अच्छे से पता है कि किस तरह से जनता को अपनी बात समझाई जा सकती है।

मेहनत और आत्मविश्वास
सफलता कभी दान में या गिफ्ट में नहीं मिलती उसके लिए मेहनत करनी पड़ती है। मोदी की सफलता का भी सबसे बड़ा राज मेहनत ही है। बचपन से लेकर अब तक उन्होंने लगातार मेहनत कर उन्होंने मुकाम हासिल किया है। चुनाव के समय वह केवल 3-4 घंटे सोते थे और प्रधानमंत्री बनने के बाद भी वह 18 घंटे लगातार काम करते है। मेहनत आत्मविश्वास बढ़ता है और सफलता के सभी रास्ते खुल जाते है। मुसीबतों से न डरने वाले लोग हमेशा प्रेरित एंव उत्साहित रहते हैं।

व्यवहार कुशलता और सही समय पर निर्णय लेने की कला 
अच्छा बोलने वाले मिर्ची भी बेच देते हैं और मिट्टी भी लेकिन कड़वा बोलने वालों की जलेबी भी नहीं बिकती। नरेंद्र मोदी जी की वाणी बुलंद है एंव उनके पास गज़ब की बोलने की कला है। मोदी जहां भी जाते है वहां के हो जाते हैं, वो राजस्थान जाते हैं तो वहां की विशेषताओं की बात करते हैं, बिहार जाते हैं तो वहां की समस्याओं पर बात करते हैंं। साथ ही नरेंद्र मोदी अपने पहनावे पर विशेष ध्यान देते हैं। यही कारण है कि वे स्टाइल आइकॉन बन चुके हैं। मोदी जब जनता के सामने बोलते हैं तो वे जनता की बात करते है और तेज आवाज से बोलते है और जब विदेशों के प्रमुखों के साथ बातचीत करते है तो शांतिपूर्ण तरीके के साथ बातचीत करते हैं।

सकारात्मक, आशावादी और रचनात्मक सोच
पीएम नरेंद्र मोदी सकारात्मक व आशावादी सोच रखते हैं एंव आशावादी बनने की सलाह देते हैं। वे आमतौर पर प्रेरक बातें करते हैं, दूसरों को प्रेरित करते हैं। मोदी आलोचनाओं की बिल्कुल परवाह नहीं करते और आलोचनाओं को मुंह तोड़ जवाब देते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रचनात्मक रूप से सोचते हैं और रचनात्मकता को बढ़ावा देते हैं। वे हमेशा समस्याओं के समाधान की बात करते हैं और नए—नए क्रिएटिव आईडिया पर पहल करते हैंं। मोदी जी ने चुनाव प्रचार मे भी सोशल मीडिया अहम भूमिका थी साथ ही एलईडी लगवाकर एक सा​थ ही व लाइव भाषण देते थे।  


 हमेशा भारत की बात करते हैं मोदी 
मोदी अपनी पार्टी से ज्यादा भारत  की बात करते है जो उन्हें अन्य पार्टियों के नेताओं से अलग बनाता है7 नरेन्द्र मोदी जानते है कि अगर भारत मजबूत हुआ तो उनकी पार्टी स्वत: मजबूत हो जाएगी, लेकिन अन्य पार्टियों ने इस बात को नहीं समझा और उन्हें इसका खामियाजा लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ा। नरेन्द्र मोदी ने अपनी पार्टी को इस तरह से पेश किया है कि जनता के सामने उनसे अच्छा कोई विकल्प नहीं रहा।

परिवर्तन और सबको साथ लेकर चलने की कला
बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी की तुलना करें तो उनमे सबसे बड़ा फर्क यह है कि कांग्रेस ने अपना वही पुराना तरीका अपनाया एंव जनता की भावनाओं को समझ नहीं सकी लेकिन मोदी यह समझ गए कि जनता विकास चाहती है इसलिए मोदी ने अपनी किसी भी रैली में धर्म सम्बन्धी बात नहीं की। मोदी का यह मंत्र च्च्सबका साथ, सबका विकासज्ज् आज अमेरिका को भी पसंद आ रहा है7 मोदी हमेशा से ही सबको साथ लेकर चलने की कोशिश करते रहते है। आज मोदी की सरकार में आपस में कोई मतभेद नहीं है जबकि 2-3 वर्ष पूर्व बीजेपी में ही एक साथ कई मतभेद देखने को मिले थे7 मोदी की एक खास बात यह भी है की मतभेदों को बाहर आने से पूर्व ही वे उन्हें सुलझा देते है।

अनुशासन एवं शारीरिक सक्षमता
मोदी की जब से सरकार बनी है वे एक पर्सनल सीईओ की तरह कार्य कर रहे है एंव अपने सांसदों की निरंतर क्लास ले रहे है एंव उन्हें सख्त हिदायत दे रहे हैं कि सांसद, संसद की कार्यवाही में भाग ले एंव समय पर संसद पहुंचे। यह उनका अनुशासन ही था कि वे दिन में एक साथ 4-5 रैलियां करते थे एंव 18-20 घंटे मेहनत करते थे। मोदी शारीरिक रूप से फिट नेता है एंव वे इतनी ज्यादा मेहनत करने के बावजूद कभी भी थके हुए नहीं लगते।  मोदी रोज योग करते हैं और सादा भोजन लेते हैं। वे हमेशा आत्मविश्वास  से भरे हुए रहते हैं।

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