Edited By ,Updated: 15 Mar, 2017 05:29 PM
नैशनल काफ्रेंस (नैकां) और कांग्रेस ने बुधवार को घोषणा की कि वे श्रीनगर और अनंतनाग के उप चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगी।
श्रीनगर : नैशनल काफ्रेंस (नैकां) और कांग्रेस ने बुधवार को घोषणा की कि वे श्रीनगर और अनंतनाग के उप चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगी। दोनों पार्टियां एक-एक सीट पर चुनाव लडऩे पर सहमत हुई है। उन्होंने कहा कि नेकां ने उम्मीदवारों के चयन और कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर अंतिम निर्णय लेने के लिए पार्टी अध्यक्ष डा फारूक अब्दुल्ला को अधिकृत किया था। नैकां और कांग्रेस की बैठक के बाद दोनों पार्टियां विपक्ष के वोटों को बंटने से रोकने के लिए गठबंधन करने पर सहमत हुई ।
आज यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि नैकां के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला श्रीनगर से और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी.ए. मीर अनंतनाग से चुनाव लड़ेंगे। श्रीनगर और अनंतनाग में सत्तारूढ़ पीडीपी से मुकाबले के लिए संयुक्त रणनीति तैयार करने के लिए नेकां और कांग्रेस में गहन विचार विमर्श हुआ। उन्होंने कहा कि विचार विमर्श के बाद फैसला लिया गया कि नैकां और कांग्रेस मिलकर उप चुनाव लड़ें। कांग्रेस ने हमें आश्वासन दिया है कि उसके सभी कार्यकर्ता और शुभचिंतक श्रीनगर में फारूक अब्दुल्ला की जीत के लिए काम करेंगे और वहीं अनंतनाग में हमारी पार्टी मीर साहब की जीत के लिए काम करेगी।
जीत के भरोसे के सवाल पर उमर ने कहा कि कोई भी 100 प्रतिशत भरोसे के साथ चुनाव नहीं लड़ सकता, लेकिन हमें भरोसा है कि हम ये दोनों सीटें जीतेंगे। पीपुल्स डेमोकेट्रिक पार्टी (पीडीपी) ने घोषणा की है कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के भाई तसद्दुक हुसैन सैयद अनंतनाग से और कांग्रेस छोडक़र पीडीपी में शामिल हुए नजीर अहमद खान श्रीनगर से मैदान में उतरेंगे।
बता दें पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। इससे पहले अब्दुला ने पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के लिए हो रही मतगणना के दौरान उत्तर प्रदेश के रुझानों को देखकर कहा कि यूपी में भारतीय जनता पार्टी के नाम की ‘सुनामी’ दिख रही है, और इसे छोटे से तालाब में उठने वाली लहर न समझा जाए। उन्होंने इसके साथ ही विपक्षी पार्टियों को वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के बारे में भूलकर वर्ष 2024 के आम चुनाव की तैयारियां शुरू करने की सलाह दी।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि देशभर में कोई ऐसा नेता नहीं है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला कर सके और कोई ऐसी पार्टी नहीं है, जो 2019 में बीजेपी को चुनौती दे सके। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष को केवल आलोचना करने के बजाय एक सकारात्मक विकल्प के रूप में अपनी रणनीति बदलने की जरूरत है और अन्य राज्यों के नतीजे यह बताते हैं कि बीजेपी अपराजेय नहीं है।