Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Mar, 2018 03:50 PM
एक तरफ एडीए का कुनबा बिखर रहा है तो यूपीए गठबंधन लगातार मजबूत होता दिख रहा है। इसका एक उदाहरण महाराष्ट्र में देखेन को मिला। महाराष्ट्र में बीते साल हुए विधानसभा चुनाव में अपने दम पर लड़ने वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अब कांग्रेस के साथ...
नेशनल डेस्क: एक तरफ एनडीए का कुनबा बिखर रहा है तो दूसरी ओर यूपीए गठबंधन लगातार मजबूत होता दिखाई दे रहा है। इसका एक उदाहरण महाराष्ट्र में देखेन को मिला। महाराष्ट्र के बीते साल हुए विधानसभा चुनाव में अपने दम पर लड़ने वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अब कांग्रेस के साथ गठबंधन करने जा जा रही है। आने वाले लोकसभा व विधानसभा चुनाव में एनसीपी ने कांग्रेस के साथ मैदान में उतरने का फैसला किया है। इस ऐलान के साथ ही महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर असंमजस का माहौल बन गया है। अब सबकी निगाहें शिवसेना पर हैं, जिसने पहले ही एलान किया है कि वो बीजेपी से अलग होकर आने वाले चुनाव में जाएगी। देखना होगा कि शिवसेना भी इस गठबंधन का हिस्सा बनती है या फिर अकेले ही मैदान में उतरती है।
शरद पवार ने किया एलान
एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि उनकी पार्टी अगले लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठजोड़ करेगी। कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में सहयोगी रहे एनसीपी ने महाराष्ट्र में पिछला विधानसभा चुनाव अलग होकर लड़ा था। पालघर के दौरे पर गए पवार ने कहा, ‘हम अगला लोकसभा और विधानसभा चुनाव समान विचारों वाली पार्टियों के साथ मिलकर लड़ेंगे।’ उन्होंने कहा कि इन अफवाहों के उलट, हाल में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ हुई मुलाकात के दौरान यह मुद्दा नहीं उठा कि प्रधानमंत्री कौन होगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने बुलेट ट्रेन परियोजना की जरूरत पर भी सवाल उठाए।