Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jun, 2017 05:43 PM
संयुक्त राष्ट्र में अंतर्राष्ट्रीय लॉ एक्सपर्ट नीरू चड्ढा को इंटरनेशनल ट्रिब्यूनल फॉर द लॉ ऑफ द सी (ITLOS) की पहली भारतीय महिला सदस्य के रूप में चुना गया है...
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र में अंतर्राष्ट्रीय लॉ एक्सपर्ट नीरू चड्ढा को इंटरनेशनल ट्रिब्यूनल फॉर द लॉ ऑफ द सी (ITLOS) की पहली भारतीय महिला सदस्य के रूप में चुना गया है। संयुक्त राष्ट्र की यह न्यायिक इकाई समुद्र से जुड़े कानूनों पर फैसला करती है। वह 21 सदस्यीय अदालत में स्थान पाने वाली पहली भारतीय महिला न्यायाधीश हैं।
नीरू चड्ढा काफी प्रख्यात वकील हैं और वह विदेश मंत्रालय की चीफ लीगल एडवाइजर बनने वाली भी पहली भारतीय महिला थीं। वह बुधवार को इंटरनेशनल ट्रिब्यूनल फॉर द लॉ ऑफ द सी का चुनाव जीतीं और 9 साल के लिए चुनी गईं। इस अदालत में 2 देशों के बीच समुद्री विवादों का निपटारा किया जाता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने एक ट्वीट के माध्यम से नीरू चड्ढा के संबंध में जानकारी दी।
इस ट्राइब्यूनल का गठन 1996 में किया गया था और इसका केंद्र जर्मनी के हैमबर्ग में हैं। नीरू चड्ढा एशिया प्रशांत समूह से एकमात्र उम्मीदवार थीं, जिन्हें पहले दौर के मतदान में चुना गया। इस दौरान 168 देशों ने मतदान किया। चड्ढा को 120 वोट मिले, जो एशिया प्रशांत समूह में सबसे ज्यादा हैं। वह पहले चरण में ही चुनाव जीत गईं। इंडोनेशिया के उम्मीदवार को 58, लेबनान के उम्मीदवार को 60 और थाईलैंड के उम्मीदवार रो 86 वोट मिले।