Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Dec, 2017 02:58 PM
मां की ममता एक बार फिर शर्मसार हुई है। एक मां ने अपनी नवजात को सडक़ के किनारे मरने के लिए छोड़ दिया। जिला साम्बा में लड़कियों की गिनती पहले से ही कम आंकी गयी है।
साम्बा : मां की ममता एक बार फिर शर्मसार हुई है। एक मां ने अपनी नवजात को सडक़ के किनारे मरने के लिए छोड़ दिया। जिला साम्बा में लड़कियों की गिनती पहले से ही कम आंकी गयी है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों की बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ जैसी कई स्कीम चला रहे है लेकिन लोगों की सोच अभी तक भी नहीं बदली है। साम्बा के गांव पैंठी में सडक़ किनारे एक नवजात बच्ची मिली जिसे स्थानीय लोगों ने देखा और स्थानीय पुलिस को बताया। पुलिस ने बच्ची को जिला अस्पताल लाया जहां डॉक्टर्स ने उसे उपचार के बाद जम्मू भेज दिया।
डॉ फारूक मलिक ने पत्रकारों को बताया कि सुबह करीब 8 बजे स्थानीय पुलिस उक्त बच्ची को लेकर आयी जिसका हमने उपचार किया और उक्त बच्ची को निक्को वार्ड में रखा और बाद में उसे बेहतर इलाज के लिए जम्मू भेजा। डॉ फारूक ने बताया कि पिछली रात को भी इसी अस्पताल में एक बच्ची का जन्म हुआ है और वो औरत रात से अस्पातल में नहीं मिली है, जिससे यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि बच्ची उसी की हो सकती है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाई शुरू कर दी है।