Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Oct, 2017 06:24 PM
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने दिल्ली सरकार को गणेश और दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद यमुना नदी...
नई दिल्ली: राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने दिल्ली सरकार को गणेश और दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद यमुना नदी की स्थिति पर रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया। एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि एक विस्तृत हलफनामा दाखिल किया जाना चाहिए जिसमें नदी की सफाई के लिए उठाये जा रहे कदमों का ब्योरा हो। अधिकरण ने दिल्ली सरकार और दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) से यमुना सफाई कार्य के पहले चरण के क्रियान्वयन पर उसके निर्देशों के अनुपालन पर स्थिति रिपोर्ट भी जमा करने को कहा।
पहला चरण नजफगढ़ और दिल्ली गेट में प्रदूषण रोकने और नियंत्रित करने से संबंधित है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लिए पक्ष रख रहे वकील ने कहा कि त्योहारी मौसम और प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद यमुना नदी और उसके डूब क्षेत्र को साफ करने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं। दिल्ली में यमुना में प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी और पारा, कैडमियम, सीसा तथा कार्बन के लेप वाली हजारों गणेश प्रतिमाओं का अगस्त में गणेश चतुर्थी के बाद विसर्जन किया गया था। नवरात्र के बाद दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन भी हाल ही में किया गया। एनजीटी में पर्यावरण कार्यकर्ता आकाश वशिष्ठ की याचिका पर सुनवाई हो रही है।