Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jul, 2017 06:29 PM
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर सीबीआई छापों के बाद महागठबंधन में संकट के बादल मंडराते दिखाई दे रहे हैं।
नई दिल्ली: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर सीबीआई छापों के बाद महागठबंधन में संकट के बादल मंडराते दिखाई दे रहे हैं। जदयू, आरजेडी से लेकर कांग्रेस में इस बात की खलबली मची हुई है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लेकर क्या फैसला लेते हैं। अब तक चुप्पी साधे हुए नीतीश जल्द ही इस मुद्दे पर कोई बड़ा फैसला कर सकते हैं। इस बीच सोमवार को लालू आरजेडी विधायकों के साथ बैठक करने जा रहे हैं तो मंगलवार को नीतीश भी जेडीयू के विधायकों और सांसदों के साथ मंथन करेंगे। जानकारी के अनुसार इन बैठकों के बाद यह साफ हो जाएगा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार चलती रहेगी या फिर लालू-नीतीश एक दूसरे का हाथ छोड़ देंगे।
तेजस्वी को पद से हटाने का बड़ा दवाब
नीतीश पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को पद से हटाने का दबाव काफी बढ़ चुका है। गौरतलब है कि आरजेडी विधायक दल के नेता इस वक्त तेजस्वी यादव है और उनके ही खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला चल रहा है और ऐसे में महागठबंधन सरकार को बचाने के लिए लालू के ऊपर इस बात का दबाव बनाया जा रहा है कि वह खुद तेजस्वी यादव को अपना इस्तीफा देने को कहें जिसके बाद विरोधियों को भी चुप किया जा सकेगा और महा गठबंधन सरकार भी सुचारु रुप से चलती रहेगी। अगर लालू तेजस्वी का इस्तीफा करवाते हैं तो ऐसे में अगला उप मुख्यमंत्री कौन होगा इसको लेकर भी नामों का कयास लगाया जा रहा है।