Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Feb, 2018 04:25 PM
नोएडा के बहुचर्चित आरुषि-हेमराज दोहरे हत्याकांड में तलवार दंपती को उम्रकैद की सजा सुनाने वाले विशेष न्यायाधीश श्यामलाल ने उच्चतम न्यायालय का रुख किया है। गाजियाबाद स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विशेष न्यायाधीश श्यामलाल ने इस मामले में...
नई दिल्ली: नोएडा के बहुचर्चित आरुषि-हेमराज दोहरे हत्याकांड में तलवार दंपती को उम्रकैद की सजा सुनाने वाले विशेष न्यायाधीश श्यामलाल ने उच्चतम न्यायालय का रुख किया है। गाजियाबाद स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विशेष न्यायाधीश श्यामलाल ने इस मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले में अपने खिलाफ की गई तीखी टिप्पणियों को हटाने की मांग की है।
उच्च न्यायालय ने सीबीआई के फैसले को विरोधाभास से भरा बताया था और तलवार दंपती- डॉ राजेश तलवार और नूपुर तलवार- को बरी किया था। उच्च न्यायालय ने तलवार दंपति को बरी करते हुए विशेष न्यायाधीश की कानूनी समझ पर सवाल उठाया था। उसने कहा था कि जज ने ‘गणित टीचर’ और ‘फिल्म निदेशक’ जैसा व्यवहार किया। ऐसा लगता है मानो जज को कानून की सही जानकारी तक नहीं थी, इसी वजह से उन्होंने कई सारे तथ्यों को खुद ही मानकर फैसला दे दिया, जो कभी थे ही नहीं। ऐसा लगता है कि संबंधित न्यायाधीश अपनी कानूनी जिम्मेदारियों से अनभिज्ञ हैं।