Edited By ,Updated: 16 Jan, 2017 06:40 PM
गणतंत्र दिवस के इतिहास में राजपथ पर होने वाली परेड में पहली बार नेशनल सिक्योरिटी गाडर््स (एनएसजी) के कमांडो नजर आएंगे।
नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस के इतिहास में राजपथ पर होने वाली परेड में पहली बार नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (एनएसजी) के कमांडो नजर आएंगे। 26 जनवरी को होने वाली परेड में एनएसजी कमांडो का दस्ता भाग लेगा। अब तक एनएसजी के कमांडो परेड की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने में ही लगे रहते थे लेकिन अब वे दूसरे जवानों के साथ कदम-ताल करते नजर आएंगे। इसके लिए एनएसजी के जाबांज कमांडो ने रिहर्सल शुरू कर दी है। परेड में अपने पारंपरिक काले कॉम्बेट ड्रेस में करीब 100 ब्लैक कैट कमांडो हिस्सा होंग। इनमें से 72 कमांडो मार्च-पास्ट में हिस्सा लेंगे और बाकी के कमांडो ऑपरेशन में इस्तेमाल होने वाली खास गाडिय़ों में होंगे।
खास बात ये भी है कि एनएसीजी के मार्चिंग दस्ते में डॉग स्क्वॉयड और बम निरोधक दस्ते भी होंगे। आतंकियों के बीच खौफ का पर्याय बन चुके एनएसजी के कमांडो अपने युद्धघोष यानी ‘वॉर क्राई हैं ना, हैं ना, हिंदुस्तान’ के साथ राजपथ पर मार्च पास्ट करेंगे और उनके हाथों में उनका खास हथियार एमपी-राइफल भी होगा। एनएसजी का गठन वर्ष 1984 में हुआ था। देश के भीतर किसी भी तरह के आतंकी हमलों से निपटने के लिए एनएसजी का गठन किया गया था। बात चाहे मुंबई में हुए आतंकी हमले की हो या फिर गुजरात के अक्षरधाम मंदिर में आतंकी हमले की। हर जगह एनएसजी के कमांडो ने अपना लोहा मनवाया है कि उनके आगे आतंकियों के हौसले पस्त हो जाते हैं।