Edited By ,Updated: 04 May, 2016 11:02 AM
भारत में पाकिस्तान की साजिश की एक और बात सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई मोबाइल एप के जरिए भारतीय सेना के अधिकारियों को जासूसी में फंसा रही है।
नई दिल्ली: भारत में पाकिस्तान की साजिश की एक और बात सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई मोबाइल एप के जरिए भारतीय सेना के अधिकारियों को जासूसी में फंसा रही है। सरकार ने इस बात का खुलासा किया है कि आईएसआई जासूसी के लिए हाईटेक तकनीक का इस्तेमाल करने से भी पीछे नहीं है।
आईएसआई मोबाइल एप के जरिए भारतीय सैनिकों के मोबाइल में वायरस भेजती हैं। ये एप जैसे ही मोबाइल में डाउनलोड होता है। उसके बाद फोन में मौजूद जानकारी खुफिया एजेंसी के पास पहुंच जाती हैं। जब आईएसआई को सैनिकों के बारे में जानकारी पता लगती है, तो वो गिफ्ट, पैसे का लालच देकर शुरुआत में छोटी-छोटी जानकारी हासिल करती हैं और बाद में बड़े काम के लिए मोटी रकम देने से लेकर लड़कियों तक की सप्लाई करती है।
बताया जा रहा है कि ये एक तरह का साइबर वार है, जो आईएसआई भारत के खिलाफ काफी लंबे वक्त से लड़ रही है। टॉप गन जोकि एक गेमिंग एप है, एमपी जंकी ये एक म्युजिक एप है, वीडी जंकी ये एक वीडियो एप है और टॉकिंग फ्रॉग ये एक एंटरटेनमेंट एप है। आईएसआई इन चारों एप के जरिए सैनिकों को फंसाने का खेल खेलती है।
हालांकि सरकार और देश की खुफिया एजेंसियों की नजर इन संदिग्ध एप पर पहले से ही थी। फिलहाल गूगल के प्ले स्टोर से इन सारे एप को हटा लिया गया है। सरकार ने लोकसभा में जो जानकारी दी है उसके मुताबिक 2013 से 2016 के दौरान 7 पूर्व सैनिकों को हिरासत में लिया गया था, जो आईएसआई के झांसे में आकर आईएसआई को जानकारी मुहैया करा रहे थे।