Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Feb, 2018 03:32 PM
राजस्थान के उपचुनाव में जीत दर्ज कराने के बाद कांग्रेस नेता सचिन पायलट पार्टी के लिए एक विकल्प उभरकर सामने आए हैं। माना जा रहा है आगामी चुनावों में पीएम मोदी को टक्कर देने के लिए कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी के बजाए पायलट को आगे किया जाएगा। दरअसल...
नेशनल डेस्क: राजस्थान के उपचुनाव में जीत दर्ज कराने के बाद कांग्रेस नेता सचिन पायलट पार्टी के लिए एक विकल्प उभरकर सामने आए हैं। माना जा रहा है आगामी चुनावों में पीएम मोदी को टक्कर देने के लिए कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी के बजाए पायलट को आगे किया जाएगा। दरअसल उपन्यासकार चेतन भगत ने अपने लेख में इस बात का जिक्र किया है।
सचिन पायलट युवा नेता
अपने आर्टिकल में चेतन भगन ने कहा कि भले ही राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बन गए हैं लेकिन यदि युवा नेता सचिन पायलट को पार्टी का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया जाए तो वह सर्वश्रेष्ठ विकल्प हो सकते हैं। उनके अनुसार राहुल गांधी (47) की तुलना में सचिन पायलट (39) ज्यादा युवा नेता हैं। चेतन भगत के मुताबिक पायलट आम लोगों से राहुल गांधी की तुलना में ज्यादा सहज ढंग से जुड़ पाते हैं। वह एक फ्रेश चेहरा हैं जो सोशल मीडिया जैसे प्लेटफार्म में भी युवाओं को आकर्षित करने के लिए काफी लाभकारी साबित हो सकते हैं।
राहुल गांधी को लेकर कई आपत्तियां
लेख में कहा गया है कि राहुल गांधी पार्टी के निर्विवाद नेता हैं लेकिन निष्पक्ष मतदाताओं में उनके नाम को लेकर बहुत आपत्तियां हैं। चुनाव में इस तरह के वोटरों की संख्या तकरीबन पांच फीसदी होती है। उन्होंने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि भाजपा की आलोचना करने से काम नहीं चलेगा इसके लिए उन्हे अपना वैकल्पिक मॉडल पेश करना होगा। इसके साथ ही उन्हे यह भी बताना होगा कि अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए वह क्या करेंगे? रोजगार पैदा करने के लिए उनके पास क्या प्लान हैं? क्या करप्शन को रोकने के लिए आरटीआई जैसे नए 'गेमचेंजर' प्लान उनके पास हैं?
सत्ता में लौट सकती है कांग्रेस
बता दें कि गुजरात चुनाव और राजस्थान उपचुनाव के नतीजों के बाद यह माना जा रहा है कि 2019 के चुनावों में कांग्रेस सत्ता में वापस लौट सकती है। आगे की राह भाजपा के लिए काफी मुश्किल होती दिखाई दे रही है। यदि विधानसभा चुनावों में भाजपा को अपेक्षित नतीजे नहीं मिले तो इसका सीधा फायदा कांग्रेस को मिलेगा। राजनीतिक विश्लेषक के अनुसार हिंदी पट्टी के राज्यों से भाजपा को 60 सीटों का नुकसान हो सकता है। इसका सीधा फायदा कांग्रेस को होगा और केंद्र में वह फिर से एक बड़ी ताकत बनकर उभरेगी। ऐसे में चेतन भगत ने कांग्रेस को इन सियासी परिस्थितियों का लाभ उठाने की राय दी है।