Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Feb, 2018 03:51 PM
ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट(जीआईसी) समिट 2018 की एग्जीबिशन गुवाहाटी में आयोजित हो रही है, जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल होने पहुंचे हैं। इस समिट में 16 देशों के 4500 डेलीगेट्स हिस्सा ले रहे हैं। इस मौके पर भूटान के पीएम...
गुवाहाटी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि भारत में विकास की गति तभी और रफ्तार पकड़ेगी, जब पूर्वोत्तर क्षेत्र में रहने वाले लोग तेज विकास को संतुलित अंदाज से देखेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था का नया विकास केंद्र बन सकता है।
मोदी ने गुवाहाटी में ‘एडवांटेज असम-ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2018’ के उद्घाटन के बाद कहा, ‘‘हमने एक्ट ईस्ट नीति का सृजन किया है और पूर्वोत्तर उसके केंद्र में है। एक्ट ईस्ट नीति के लिए आवश्यक है कि भारत के पूर्वी विशेषकर आसियान के सदस्य देशों के साथ जनता का आपसी मेलजोल, व्यापारिक संंबंधों और अन्य संबंधों को बढ़ावा दिया जाए।’’ उन्होंने कहा कि इस शिखर सम्मेलन की टैगलाइन बिल्कुल उपयुक्त है और बड़ा संदेश देती है ‘एडवांटेज असम-इंडियाका एक्सप्रेस वे टू आसियान’ महज एक वाक्य नहीं है, बल्कि एक समग्र दृष्टिकोण है।
प्रधानमंत्री ने केंद्रीय बजट 2018 के विविध प्रावधानों और पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए उनके प्रभाव का विवरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर के आठों राज्य भारत की ‘अष्टलक्ष्मी’ हैं और वे नए भारत के लिए विकास के नए वाहक बन सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम क्षेत्र के विकास के समग्र बुनियादी ढांचे के विकास के लिए परिवहन के जरिए परिवर्तन के मंत्र पर बल दे रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास के लिए क्षेत्र में रेलवे लाइन बिछाने की खातिर हर साल 5,300 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च की जा रही है।