Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Aug, 2017 11:43 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से सबसे लंबा भाषण देने के बाद इस साल अपना अब तक का सबसे छोटा भाषण दिया।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से सबसे लंबा भाषण देने के बाद इस साल अपना अब तक का सबसे छोटा भाषण दिया। पिछले साल मोदी द्वारा दिया गया 96 मिनट का भाषण स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अब तक किसी प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया सबसे लंबा भाषण था। लेकिन इस साल मोदी ने 57 मिनट के संबोधन में देशवासियों से अपनी बात कही। पिछले चार सालों में मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर दिया गया यह अब तक का सबसे छोटा भाषण था।
मोदी से पहले देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने पहले स्वतंत्रता दिवस सामारोह में 15 अगस्त 1947 को 72 मिनट का भाषण दिया था। पिछले महीने मन की बात कार्यक्रम में मोदी ने देशवासियों की सलाह पर इस बार स्वतंत्रता दिवस पर अपना संबोधन अधिक लंबा न करते हुये इसे संक्षिप्त रखने की बात कही थी। रेडियो पर प्रसारित मन की बात कार्यक्रम में मोदी ने कहा था कि उन्हें लोगों से मिल रहे पत्रों में कहा गया है कि स्वतंत्रता दिवस पर दिया जाने वाला उनका संबोधन ‘‘थोड़ा ज्यादा ही बड़ा’’ हो जाता है। इसके मद्देनजर उन्होंने इस साल छोटा भाषण देने का वादा किया था।
साल 2014 में मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में 65 मिनट का भाषण दिया था जबकि साल 2015 में उनके भाषण की अवधि 86 मिनट थी। इससे पहले मोदी के पूर्ववर्ती प्रधानमंत्रियों में डा. मनमोहन सिंह ने अपने दस साल के कार्यकाल में स्वतंत्रता दिवस के संबोधन की समयसीमा लगभग 50 मिनट तक सीमित रखी थी। जबकि उनके पूर्ववर्ती प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के स्वतंत्रता दिवस के संबोधन की अवधि 30 से 35 मिनट तक रहती थी।