Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Dec, 2017 10:19 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी कलवरी को भारतीय नौसेना में शामिल किया। कलवरी को नौसेना में शामिल करने के लिए आयोजित समारोह में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा और अन्य शीर्ष रक्षा अधिकारी...
मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी कलवरी को भारतीय नौसेना में शामिल किया। कलवरी को नौसेना में शामिल करने के लिए आयोजित समारोह में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा और अन्य शीर्ष रक्षा अधिकारी मौजूद थे। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि कलवरी ‘मेक इन इंडिया’ का एक शानदार उदाहरण है और यह नौसेना की ताकत बढ़ाएगी। इस पनडुब्बी का नाम हिंद महासागर में गहरे पानी में पाई जाने वाली खतरनाक ‘टाइगर शार्क’ पर कलवरी रखा गया है। समारोह से पहले एक अधिकारी ने बताया कि इस पनडुब्बी के, गहरे पानी में 120 दिन तक गहन समुद्री परीक्षण हुए हैं।
पनडुब्बी के विभिन्न उपकरणों के लिए भी परीक्षण किए गए। कलवरी से भारत की नौवहन क्षमता में वृद्धि होने की उम्मीद है। इस पनडुब्बी का डिजाइन फ्रांसीसी नौसेना रक्षा एवं ऊर्जा कंपनी डीसीएनएस ने तैयार किया है। इसका निर्माण भारतीय नौसेना के ‘प्रोजेक्ट-75’ के तहत मुंबई स्थित मझगांव डॉक लिमिटेड (एमडीएल) में किया गया। पहली कलवरी आठ दिसंबर 1967 को नौसेना में शामिल की गई थी। यह भारतीय नौसेना की पहली पनडुब्बी भी थी। करीब तीन दशक तक भारतीय नौसेना को अपनी सेवाएं देने के बाद इसने 31 मई 1996 को अपना काम बंद किया था।