Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jun, 2017 10:20 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार 17 जून को कोच्चि मैट्रो का उद्घाटन करेंगे। साथ ही मैट्रो में सफर करने वाले मोदी पहले यात्री भी होंगे।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार 17 जून को कोच्चि मैट्रो का उद्घाटन करेंगे। साथ ही मैट्रो में सफर करने वाले मोदी पहले यात्री भी होंगे। इन सबके बीच कोच्चि मैट्रो ट्रेन के उद्घाटन समारोह के अवसर पर मंच पर मैट्रो मैन ई. श्रीधरन को न बुलाने की जब बात सामने आई तो बवाल खड़ा हो गया लेकिन सूत्रों के मुताबिक मोदी मैट्रो मैन के लिए कुछ अलग ही सोच कर रखा है। सूत्रों की मानें तो इस बात की प्रबल संभावना जताई जा रही है कि श्रीधरन को 17 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए सत्तारूढ़ भाजपा-एनडीए का कैंडिडेट बनाया जा सकता है इसलिए उनका उम्मीदवारी की इस घोषणा से कुछ दिन पहले पीएम और केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू के साथ मंच पर बैठना उचित नहीं होता। इसके अलावा पीएम खुद यह चाहते होंगे कि ऐसे व्यक्ति से सार्वजनिक स्तर पर दूरी बनाए रखें, जिसे एनडीए राष्ट्रपति कैंडिडेट के रूप में आगे बढ़ाना चाहती है।' वहीं दूसरी ओर श्रीधरन ने खुद इस पर भी आपत्ति नहीं की, कि उन्हें मच पर नहीं जगह दी गई क्योंकि उन्हें इसके बारे में बताया जा चुका है।
विपक्ष ने उठाया था सवाल
कोच्चि मेट्रो के उद्घाटन के लिए भेजे गए निमंत्रण पत्र में जब लोगों को मंच पर पीएम के साथ उपस्थित रहने वाले अतिथियों में देश के 'मेट्रो मैन' का ही नाम नहीं दिखा तो इस पर विवाद खड़ा हो गया। विपक्ष ने भी भाजपा की आलोचना की। केरल की पिनयाई विजयन सरकार ने प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर कहा मंचासीन अतिथियों की सूची में बदलाव किया जाना चाहिए और उसमें श्रीधरन जैसे कई अन्य नाम शामिल किए जा सकते हैं। बता दें कि श्रीधरन की दिल्ली मेट्रो सहित देश के कई राज्यों में मेट्रो के निर्माण में अहम भूमिका रही है।
अब विपक्ष की क्या रणनीति होगी
अब विपक्ष का इस पर क्या रुख होगा ये देखना दिलचस्प होगा क्योंकि अगर वास्तव में भाजपा ने राष्ट्रपति के लिए श्रीधरन का नाम आगे किया तो इसके बाद विपक्षी दल क्या रणनीति अपनाएंगे, क्योंकि उनके लिए श्रीधरन का विरोध करना आसान नहीं होगा। वहीं राष्ट्रपति चुनाव के लिए आज राजनाथ सिंह और नायडू कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे।