Edited By ,Updated: 06 Jan, 2017 08:51 PM
राजनीति में एक-दूसरे को मात देने की कोशिश हमेशा से चलती रही है।
नई दिल्लीः राजनीति में एक-दूसरे को मात देने की कोशिश हमेशा से चलती रही है। गत गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी के पटना पहुंचने के बाद एेसा पल आया जो बता गया कि जिम्मेदारी, व्यस्तता से घिरे रहने के बावजूद पीएम नरेंद्र मोदी की नजरों से कुछ भी नहीं बच सकता। उनकी नजरें हर हलचल पर रहती है। इसकी एक उदाहरण तब देखने को मिली जब पीएम ने आरजेडी प्रमुख लालू यादव के बेटे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव से हाल-चाल पूछते हुए कहा- 'कैसे हैं कन्हैया जी'!
बता दें कि हाल ही तेजप्रताप की कृष्ण की तरह बांसुरी बजाते हुए वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया में खूब छाई थी। उसी को ध्यान में रखते हुए पीएम ने तेजप्रताप को कन्हैया कहकर संबोधित किया। बाद में लालू प्रसाद यादव ने बेटे का परिचय देते हुए कहा कि ये स्वास्थ्य मंत्री हैं, तब उनके शरीर को देखते हुए पीएम मोदी ने नसीहत देने वाले लहजे में कहा कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं, लेकिन खुद उनका स्वास्थ्य बहुत स्वस्थ नहीं हैं। इस पर लालू यादव ने सफाई देते हुए कहा कि उसके अंदर बहुत ताकत है और एक्सरसाइज की जरुरत महसूस नहीं करता।